आने वाले समय में भारत के मोबाइल निर्यात में तेजी के साथ पांच गुना से अधिक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। केंद्रीय आईटी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा की आने वाले सालों में निर्यात 50-60 अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा। आगे मंत्री ने यह भी बताया कि 10 साल पहले भारत 98 प्रतिशत मोबाइल फोन आयात करता था और अब 99 प्रतिशत उपकरण भारत में बनते हैं।
केंद्रीय आईटी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि भारत से मोबाइल फोन निर्यात आने वाले समय में पांच गुना से अधिक बढ़कर 50-60 अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा, जो पिछले साल लगभग 11 अरब अमेरिकी डॉलर था।
एक फिनटेक कार्यक्रम में बोलते हुए मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में रोजगार वर्तमान में लगभग 10 लाख से बढ़कर 25 लाख हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले भारत 98 प्रतिशत मोबाइल फोन आयात करता था और वर्तमान में 99 प्रतिशत उपकरण भारत में बनते हैं
60 बिलियन डॉलर का निर्यात करेगा भारत
पिछले साल 11 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक की कीमत के मोबाइल का निर्यात किया गया था। आने वाले दिनों में, आप 50-60 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात देखेंगे।
मंत्री ने कहा कि अभी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफेक्चरिंग में 10 लाख लोग काम करते हैं। आने वाले दिनों में 25 लाख लोग ऐसे होंगे , जो इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में काम करें। साथ ही भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा जबकि 2014 में यह 11वें स्थान पर था।
2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
पिछले महीने जेफरीज इक्विटी रिसर्च द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2030 तक 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का बाजार पूंजीकरण हासिल करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि जब देश अर्थव्यवस्था के मामले में 5वें स्थान पर है तो उसने रेलवे, राजमार्ग, हवाईअड्डे आदि के मामले में विशाल बुनियादी ढांचा तैयार किया है।
सरकार ने पिछले साल 5200 किलोमीटर रेलवे लाइन जोड़ी जो पूरे स्विट्जरलैंड रेलवे नेटवर्क के आकार के बराबर है। वैष्णव ने कहा कि 4,972 किलोमीटर पहले ही पूरा हो चुका है। मार्च का पूरा महीना बाकी है। हम इस साल 5500 किलोमीटर (रेलवे लाइनें) जोड़ेंगे। इसके साथ ही पिछले 10 वर्षों में देश में हवाई अड्डे दोगुने हो गए हैं।
मंत्री ने कहा कि 2013 में, हर वैश्विक चर्चा भारत के बारे में नकारात्मक थी। हर कोई कहता था कि यह एक नाजुक अर्थव्यवस्था है। इसके चारों ओर अनिश्चितता थी। आज, जब आप भारत को कहीं भी देखते हैं, तो हर कोई कहता है कि यह टॉप 5 में है, जो एक उज्ज्वल स्थान है और स्थिर गति से बढ़ रहा है । भारत पूरी दुनिया का विकास इंजन बन गया है।