सर्दियों का मौसम में धीरे-धीरे जाने लगा है। ऐसे में बदलते मौसम का असर अब हमारी सेहत पर भी दिखने लगा है। तापमान में जारी उतार-चढ़ाव के साथ ही Seasonal Flu का दौर भी जारी है। ऐसे में कई लगातार फ्लू का शिकार हो रहे हैं। सीजनल फ्लू इन्फ्लूएंजा (फ्लू) इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है। आइए जानते हैं कैसे करें इससे बचाव-
यह ज्यादातर लोगों बिना उपचार के ठीक हो जाता है। इन्फ्लूएंजा लोगों के खांसने या छींकने पर आसानी से फैलता है। वैक्सीनेशन इस बीमारी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द और थकान शामिल हैं। ऐसे में इससे बचने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं। आइए जानते हैं फ्लू सीजन में कैसे रखें अपना ख्याल-
ऐसे करें फ्लू से बचाव
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक मौसमी फ्लू और इसकी संभावित गंभीर जटिलताओं को कम करने का सबसे अच्छा तरीका हर साल वैक्सीनेशन करवाना है। इसके अलावा कुछ अन्य आदतों को अपनाकर भी आप इससे बचे सकते हैं।
निकट संपर्क से बचें
जो लोग बीमार हैं, उनके निकट संपर्क से बचें। साथ ही जब आप बीमार हों, तो दूसरों को भी बीमार होने से बचाने के लिए उनसे दूरी बनाए रखें। जब तक आप ठीक नहीं होते, घर पर रहें। अगर संभव हो, तो बीमार होने पर स्कूल-कॉलेज और ऑफिस से दूर रहें। इससे आपकी बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।
अपना मुंह और नाक ढकें
खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकें। यह आपके आसपास के लोगों को बीमार होने से बचा सकता है। फ्लू के वायरस मुख्य रूप से फ्लू से पीड़ित लोगों के खांसने, छींकने या बात करने से निकलने वाली बूंदों से फैलते हैं।
अपने हाथ साफ रखें
किसी भी तरह से वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि अपने हाथों को साफ रखें। ऐसे में बार-बार हाथ धोने से आपको कीटाणुओं से बचने में मदद मिलेगी। अगर साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
आंखों नाक या मुंह को छूने से बचें
बीमारी फैलाने वाले कीटाणु तब फैल सकते हैं, जब कोई व्यक्ति जर्म्स से दूषित किसी चीज को छूता है और फिर उससे अपनी आंखों, नाक या मुंह को छूता है। ऐसे में बार-बार अपनी आंखों नाक या मुंह को छूने से बचें।
अच्छी स्वास्थ्य संबंधी आदतें अपनाएं
सीजनल फ्लू से बचने के लिए जरूरी है कि घर, ऑफिस या स्कूल-कॉलेज में बार-बार छुई जाने वाली सतहों को साफ और कीटाणुरहित करें, खासकर जब कोई बीमार हो। भरपूर नींद लें, शारीरिक रूप से एक्टिव रहें, अपने तनाव को मैनेज करें, खूब सारे तरल पदार्थ पिएं और पौष्टिक भोजन करें।