आज के अनहेल्दी लाइफस्टाइल में सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में अक्सर सवाल खड़ा हो जाता है कि खाएं या क्या नहीं खाएं। ऐसा ही कन्फ्यूजन है रोटी और चावल को लेकर। आपने भी कई बार सोचा होगा कि क्या ज्यादा चावल खाकर हम गलती तो नहीं कर रहे या रोजाना रोटी ही खाना सेहत के लिए सही भी है या नहीं। आइए जानें।
सेहत के लिए क्या है बेस्ट?
क्या आपको मालूम है, कि रोटी हो या चावल दोनों में ही कैलोरी की मात्रा एक समान होती है। वहीं, अगर बात डायबिटीज या वजन कंट्रोल करने की आती है, तो आप रोजाना कितनी कैलोरी कन्ज्यूम कर रहे हैं, इस ओर ध्यान देना भी जरूरी हो जाता है। ऐसे में आपको इस बारे में जान लेना चाहिए। इसके अलवा एक मिथ भी काफी फेमस है, कि कार्ब्स खाने से वजन बढ़ने लगता है। आपको बता दें, कि ऐसा नहीं होता है। ये बात अभी तक कहीं भी साबित नहीं हो पाई है, कि कार्ब्स आपके मोटापे का कारण बन सकता है।
वहीं, अगर बात शरीर में एनर्जी के लेवल को बूस्ट करने की आती है, तो कुछ स्टडीज ऐसा मानती हैं कि कार्ब्स इसमें मददगार होता है। ये बॉडी के फैट को पचाने का भी काम करता है। ऐसे में आपकी डेली डाइट में कॉम्पलैक्स कार्ब्स की मात्रा कम से कम 50 फीसदी तो होनी ही चाहिए। आपको जो खाना पसंद हो उसे अपनी डायट का हिस्सा बना सकते हैं।
चावल खाने से जल्दी भरता है पेट?
चावल में स्टार्च अच्छी मात्रा में होता है। हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को इसे पचाने में ज्यादा मेहनत तो नहीं करनी पड़ती है, लेकिन हां, इन्हें खाने से पेट भी जल्दी भर जाता है क्योंकि इसमें रोटी की तुलना में कार्ब्स ज्यादा होते हैं। वहीं, चूंकि रोटी खाने से आप लंबे टाइम तक फुल रहते हैं, जिसके पीछे वजह है कि इसमें चावल के मुकाबले फास्फोरस और पोटेशियम जैसे मिनरल्स अधिक होते हैं।
एक दिन में कितनी रोटी या चावल खाना सही?
वैसे तो इसका कोई फिक्स नंबर कहना मुश्किल है। चूंकि दोनों की ही न्यूट्रिशन वैल्यू में ज्यादा फर्क नहीं होता है, ऐसे में आप इसे लंच और डिनर में अपने शेड्यूल के हिसाब से बांट सकते हैं। इसकी सही मात्रा जानने के लिए आपको अपनी दिनचर्या पर भी गौर करना जरूरी होता है, यानी आप पूरे दिन में कितनी फिजिकल एक्टिविटीज करते हैं।
हालांकि अगर आप वेट लॉस चाहते हैं, तो ध्यान रहे कि एक दिन में 200 ग्राम से ज्यादा कार्ब्स लेना सही नहीं है। इसके अलावा अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं तो, रोटी आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकती है क्योंकि इसे खाने से आपका ब्लड ग्लूकोस लेवल एकदम से नहीं बढ़ता है, इसके पीछे वजह है इसमें पाए जाने वाले कंपलेक्स कार्बोहाइड्रेट्स।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।