पटना। Lalu Yadav Nitish Kumar Bihar Politics : राज्य में नई सरकार के गठन के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद से प्रवर्तन निदेशालय की लंबी पूछताछ के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने बयान जारी कर कहा कि जिसे जो साजिश रचना है रच लें।
जिस एजेंसी को लगाना है लगा लें, लेकिन सच्चाई यह है कि तेजस्वी यादव ने 17 महीने में अपने काम से जो लकीर खींच दी है उसे कोई छोटा नहीं कर पाएगा।
जदयू-राजद के बीच पोस्टर की सियासत
इधर, बिहार में सत्ता बदलने के बाद पोस्टर वॉर जैसी स्थिति बन गई है। पहले नीतीश कुमार की पार्टी ने बीते रविवार पटना की सड़क पर पोस्टर लगाया। इसके बाद अब मंगलवार को राजद के दफ्तर के बाहर लालू का पोस्टर नजर आया।
लालू यादव का पोस्टर उनके ईडी कार्यालय में पेश होने को लेकर लगाया गया है। इसमें एक कार्टून हुआ है। उसमें लालू यादव को कुछ लोग रस्सी-क्रेन से गिराने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, इस पर लालू को झुकेगा नहीं.. बोलते हुए दिखाया गया है। पोस्टर पर युवा राजद के प्रदेश महसचिव प्रेम कुमार यादव का नाम भी लिखा गया है।
लालू की पेशी को राजद ने बताया सोची-समझी साजिश
इससे पहले राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि सरकार गठन के महज कुछ घंटों के बाद ही एक सोची समझी साजिश के तहत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को परेशान करने के लिए पूछताछ के नाम पर घंटों बिठाकर रखा जाता है।
एक बीमार व्यक्ति के साथ ऐसा बर्ताव करने के पीछे जो साजिश है जनता उसे समझ रही है। शक्ति ने कहा कि जनता तो मालिक होती है और काम के आधार पर भविष्य की बुनियाद तय करती है।
महागठबंधन की सरकार में बतौर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जो लकीर खींच दी है वह अन्य दलों के लिए बड़ी चुनौती है।
जनता सुनाएगी अपना फैसला
उन्होंने कहा जिस जांच एजेंसी को लगाना है लगा लें। जिस बुजुर्ग को परेशान करना है कर लें। जहां पलटना है पलट लें। हम अपने सम्मान में कोई कमी नहीं आने देंगे।
चुनाव आ रहे हैं हमारी मालिक जनता अपना फैसला सुनाएगी और तय करेगी कि सत्ता के लोभ में पटल जाने वालों के साथ रहेगी या विकास की लकीर खींचने वालों के साथ।