कर्नाटक के कालाबुरागी जिले के वाडी शहर में भगवान राम की मूर्ति के जुलूस के दौरान झगड़े के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश 25 जनवरी को सुबह छह बजे तक लागू रहेंगे। यह कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में जारी किए गए हैं।
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दो समूहों के बीच हुआ था पथराव
पुलिस के मुताबिक, सोमवार को जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच कथित पथराव की घटना के बाद झगड़ा हुआ। दोनों समूहों के बीच तीखी बहस से स्थिति बिगड़ गई जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। बता दें कि यह जुलूस अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में निकाला जा रहा था।
25 जनवरी तक लागू रहेगी धारा 144
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा 'यह सिर्फ एक झगड़ा था जो गरमागरम बहस में बढ़ती चली गई। हमारे बल द्वारा स्थिति को जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया। क्षेत्र में कोई तनाव नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर वाडी क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। यह 25 जनवरी को सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा।'
डॉ बी आर अंबेडकर की मूर्ति के साथ अपमान
पुलिस ने बताया कि कालाबुरागी शहर के बाहरी इलाके कोटनूर गांव में डॉ बी आर अंबेडकर की प्रतिमा को कथित रूप से क्षतिग्रस्त करने की निंदा करते हुए विभिन्न दलित संगठनों ने विरोध मार्च निकाला। इसके कारण मंगलवार को जिले के कई हिस्सों में स्थिति तनावपूर्ण रही। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कुछ शरारती तत्वों ने अंबेडकर की मूर्ति पर जूते की माला भी डाल दी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि 'हम दोषियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं और कथित कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।'उन्होंने कहा कि घटना सोमवार देर रात हुई। लेकिन हमारी टीम मौके पर है और स्थिति नियंत्रण में आ गई है।'