चैटजीपीटी मेकर ओपनएआई ने हाल ही में साल 2024 में गलत सूचनाओं से निपटने के लिए कई कदम उठाने का एलान किया था। इसी कड़ी में कंपनी ने एक अमेरिकी राजनेता की नकल करने वाले बॉट के डेवलपर पर प्रतिबंध लगा दिया है। कंपनी अपने प्लेटफॉर्म को वोटिंग से जुड़ी सही जानकारियों को देने के लिए पेश करना चाहती है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
चैटजीपीटी मेकर ओपनएआई ने हाल ही में साल 2024 में गलत सूचनाओं से निपटने के लिए कई कदम उठाने का एलान किया था। इसी कड़ी में कंपनी ने एक अमेरिकी राजनेता की नकल करने वाले बॉट के डेवलपर पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अमेरिका और भारत में होंगे इस साल चुनाव
मालूम हो कि इस साल भारत के अलावा, अमेरिका में भी चुनाव होने हैं। ऐसे में कंपनी अपने प्लेटफॉर्म को वोटिंग से जुड़ी सही जानकारियों को देने के लिए पेश करना चाहती है। कंपनी नई नीतियों के साथ पारदर्शिता लाने पर ध्यान दे रही है।
अकाउंट निलंबन का क्या है मामला
वाशिंगटन पोस्ट द्वारा सामने आई जानकारी के मुताबिक ओपनएआई ने स्टार्ट-अप डेल्फी के अकाउंट को निलंबित कर दिया है। स्टार्ट-अप डेल्फी को Dean.Bot बनाने के लिए चुना गया था।
यह बॉट एक वेबसाइट के जरिए रियल टाइम में वोटर्स के साथ बात करता था। हालांकि, अकाउंट सस्पेंड करने को लेकर ओपनएआई का यह पहला कदम है। कंपनी के इस एक्शन से माना जा रहा है कि ओपनएआई राजनीतिक अभियानों में एआई के उपयोग को प्रतिबंधित कर रहा है।