एक कार को चलाने के लिए कई तरह के कंपोनेंट्स का अहम रोल होता है। इनमें से एक महत्वपूर्ण चीज है कार का अल्टरनेटर जो गाड़ी में लगी बैटरी को चार्ज रखता है। अल्टरनेटर के खराब होने का मतलब है कि बैटरी कार की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है। इससे हेडलाइट्स फ्लिक कर सकती हैं या फिर इनकी ब्राइटनेस कम हो सकती है।
एक कार को चलाने के लिए कई तरह के कंपोनेंट्स का अहम रोल होता है। इनमें से एक महत्वपूर्ण चीज है कार का अल्टरनेटर, जो गाड़ी में लगी बैटरी को चार्ज रखता है। इसकी वजह से ही कार के चालक को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग करने की अनुमति मिलती है। अन्य कंपोनेंट की तरह कार के अल्टरनेटर को भी मरम्मत और बदलने की जरूरत पड़ती है। आइए, इसके बारे में जान लेते हैं।
लाइट्स का फ्लिक करना
अल्टरनेटर के खराब होने का मतलब है कि बैटरी कार की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है। इससे हेडलाइट्स फ्लिक कर सकती हैं या फिर इनकी ब्राइटनेस कम हो सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अल्टरनेटर रोशनी को लगातार चालू रखने के लिए पर्याप्त बिजली पैदा नहीं कर रहा है। इसका असर डैशबोर्ड की लाइट पर भी पड़ सकता है।
एक्सेसरीज का ढंग से काम नहीं करना
जब अल्टरनेटर पर्याप्त बिजली का उत्पादन नहीं कर पाता है, तो ऐसे में कार का ऑनबोर्ड कंप्यूटर कम जरूरी एक्सेसरीज को पावर सप्लाई करने में दिक्कत करता है। इसके चलते कार में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सनरूफ अटकने, विंडो सही से रोल न होने और सीट वेटिंलेशन का काम न होने जैसी दिक्कतें सामने आती हैं।