नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को जबरदस्त जीत मिली है। इस जीत ने विपक्षी नेताओं की मुसीबत और बढ़ा दी है। पिछले कुछ सालों से चुनाव रिजल्ट सामने आने के बाद विपक्षी नेता इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने से नहीं चूकते।

तीनों राज्यों में भाजपा को मिली जीत के बाद बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने कहा कि ये जीत उनके गले में नहीं उतर रही। आज (05-12-23) कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए।

ईवीएम को लेकर दिग्विजय सिंह ने उठाया सवाल

सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। मैंने 2003 से ही ईवीएम द्वारा मतदान का विरोध किया है। क्या हम अपने भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकरों द्वारा नियंत्रित करने की अनुमति दे सकते हैं! यह मौलिक प्रश्न है जिसका समाधान सभी राजनीतिक दलों को करना होगा। माननीय चुनाव आयोग और माननीय सर्वोच्च न्यायालय क्या आप कृपया हमारे भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करेंगे?"

मुझे ईवीएम पर भरोसा नही: दिग्विजय सिंह

वहीं, मंगलवार को ईवीएम के भरोसे पर जब दिग्विजय सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे तो ईवीएम पर भरोसा नहीं है। इसके बाद रिपोर्टर ने पूछा कि क्या कांग्रेस को भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो उन्होंने कहा कि यह बात तो कांग्रेस से पूछिए। 

6 दिसंबर को आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन की बैठक होगी

इसी के साथ कांग्रेस नेता ने एक अंग्रेजी अखबार का आर्टिकल भी शेयर किया। तीन राज्यों में मिली करारी शिकस्त के बाद विपक्षी दलों में खलबली मच गई है। मंगलवार को पहले जानकारी सामने आई थी कि आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन की बैठक भी स्थगित कर दी गई है। हालांकि, कुछ देर के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि बैठक होगी। 6 दिसंबर की शाम को ये बैठक होगी। सीएम ममता बनर्जी और सपा नेता अखिलेश यादव ने इस बैठक में शामिल होने से पहले ही इंकार दिया था।