तेल अवीव। गाजा में हमास और इजरायल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र के कम से कम 102 कर्मचारी मारे गए हैं। इसमें कहा गया है कि युद्ध की शुरुआत के बाद से संयुक्त राष्ट्र के कम से कम 27 कर्मचारी घायल हुए हैं।
फलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने एक बयान में कहा, "पिछले 24 घंटों में हमलों के कारण गाजा पट्टी में संयुक्त राष्ट्र आरडब्ल्यूए की एक कर्मचारी अपने परिवार के साथ मारी गई, जिससे मरने वालों की संख्या 100 से अधिक हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में सबसे अधिक कर्मचारी मारे गए
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यूएनआरडब्ल्यूए ने अपने बयान में कहा, "संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में युद्ध में मारे गए यूएन के सहायता कर्मियों की यह सबसे अधिक संख्या है। दुनियाभर में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालयों ने सोमवार को अपने झंडे आधे झुका दिए। बयान के अनुसार, इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मचारियों ने गाजा में अपने जान गंवाने वाले अपने सहयोगियों के सम्मान में शोक व्यक्त करने और सम्मानित करने के लिए कुछ पल का मौन रखा।
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास द्वारा हमला शुरू करने के बाद से इजरायल में 1200 से अधिक लोग मारे गए हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, फलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार 13 नवंबर तक गाजा में लगभग 11,180 थे।
गाजा में आईडीएफ के दो सैनिक मारे गए
इस बीच, इजरायल रक्षा बलों ने कहा कि उत्तरी गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ लड़ते हुए दो और सैनिक मारे गए, जिससे इजरायल के जमीनी अभियान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई। आईडीएफ के अनुसार, जवानों की पहचान 906 बटालियन में स्क्वाड कमांडर स्टाफ सार्जेंट रोई मारोम (21) और 6863 बटालियन में एक सेनानी मास्टर सार्जेंट राज अबुलफिया (27) के रूप में की गई है।
आईडीएफ ने कहा कि उत्तरी गाजा में लड़ाई के दौरान कॉम्बैट इंजीनियरिंग कॉर्प की 605वीं बटालियन में एक रिजर्विस्ट रसद सैनिक और एक एनसीओ गंभीर रूप से घायल हो गए।