टोक्यो। जापान के उप वित्त मंत्री केंजी कांडा ने इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा एक मैग्जीन की रिपोर्ट आने के बाद हुआ है। दरअसल, मैग्जीन की रिपोर्ट में सामने आया है कि कांडा की कंपनी ने टैक्स का भुगतान नहीं किया है। यह रिपोर्ट आने के बाद जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को झटका लगा है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
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जापान के क्योडो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान के वित्त मंत्री शुनिची सुजुकी को सौंपे गए कांडा के इस्तीफे को सरकार ने मंजूरी दे दी है। केंजी कांडा ने स्वीकार किया है कि अधिकारियों ने अचल संपत्ति टैक्स का पेमेंट नहीं करने के लिए 2013 से 2022 तक चार मौकों पर उनकी कंपनी की जमीन और संपत्ति को जब्त कर लिया था।
कांडा की भूमिका को लेकर कड़ी आलोचना
जापान के वित्त मंत्रालय में कांडा की भूमिका को लेकर विपक्षी दलों ने उनकी कड़ी आलोचना की है। क्योडो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, केंजी कांडा ने यह भी स्वीकार किया है कि उन्होंने टैक्स अकाउंटेंट्स के लिए अनिवार्य तौर पर वार्षिक व्याख्यान में भी हिस्सा नहीं लिया।
मैं बहुत व्यस्त हो गया था- कांडा
केंजी कांडा ने पिछले हफ्ते संसदीय सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "मैं राष्ट्रीय राजनीतिक मामलों में व्यस्त हो गया और मेरे टैक्स अकाउंटेंट के काम का भार कम हो गया।" उन्होंने आगे कहा कि मांगा गया पत्र और अन्य मामले को टैक्स अकाउंटेंट के कार्यालय के कर्मचारियों पर छोड़ दिया था। मैं इसमें शामिल होने के लिए बहुत व्यस्त था।"
विपक्षी सांसद ने कांडा को अपराधी बताया
वहीं, एक विपक्षी सांसद ने केंजी कांडा को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें अपराधी बताया। सांसद ने कहा कि कांडा के टैक्स नहीं देने से आम जनता में यह धारणा बनी है कि लोगों को टैक्स नहीं देना पड़ता है। कांडा ने अपने इस अपराध के लिए माफी मांगी है। मगर, उन्होंने शुरू में इस बात से जापान के उप वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देने से मना कर दिया था।
वहीं, जापान की मुख्य विपक्षी संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख केंटा इज़ुमी ने कांडा से जल्द से जल्द पद छोड़ने को कहा है।