राजस्थान सचिवालय में ईडी और आईटी के एक्शन के बाद से प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मचा हुआ है, जयपुर में ईडी की ओर से यह कार्रवाई सुबह 7 बजे शुरू कर दी गई थी. जिसमें अभी तक भी सचिवालय में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं, सीएम गहलोत ने भी इस पर बयान दिया है.

जल जीवन मिशन घोटाले में ईडी और आयकविभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सचिवालय में मंत्री महेश जोशी और इस सुबोध अग्रवाल के दफ्तर में छापेमारी की कार्रवाई की. ईडी की ओर से यह कार्रवाई सुबह 7 बजे शुरू कर दी गई थी. जिसमें अभी तक भी सचिवालय में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं, और उनके विभाग में कार्यरत स्टाफ से भी अभी पूछताछ चल रही है.

सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं

सचिवालय में बिल्डिंग में मुख्य सचिव उषा शर्मा कार्यालय के ऊपर पहली मंजिल पर मंत्री महेश जोशी का दफ्तर है. वहीं, सुबोध अग्रवाल का ऑफिस दूसरी मंजिल पर है. दोनों ही जगह ईडी की टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं. वहां, पर सचिवालय स्टाफ को भी नहीं आने दिया जा रहा है. सुबह ईडी की टीम ने एंट्री लेते समय सचिवालय सुरक्षा कर्मियों की भी फोन जप्त कर लिए आधे घंटे बाद उनके फोन लोटा दिए गए हैं.

ED को ऐसी कार्रवाई से उल्टा इनको नुक़सान होगा

बीकानेर  में ED पर सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है, सीएम ने कहा कि क्या इतने बड़े मुल्क में नहीं हो रहे आर्थिक अपराध ? नीरव मोदी के बाद क्या और कोई मोदी पैदा नहीं हो रहे है देश में ? इस दौरान विजय माल्या का नाम भी लिया सीएम ने, गहलोत ने कहा कि - ED का ध्यान सिर्फ़ राजनेताओ पर जा रहा है.

ग़ुस्सा होना स्वाभाविक है

हमारे अध्यक्ष व मेरे पुत्र के पास कुछ नहीं मिला. ED को ऐसी कार्रवाई से उल्टा इनको नुक़सान होगा. सरकार गिराने के लिए ED का उपयोग करना ग़लत है, चुनाव जीतने के लिए ED सीबीआई के ज़रिए घिनौनी राजनीति हो रही है.इसके आलावा टिकिट नहीं मिलने पर उठ रहे असंतोष पर भी सीएम ने अपनी बात रखी. सीएम ने कहा कि उनका ग़ुस्सा होना स्वाभाविक है, पर मुझे उम्मीद है कि सब शांत रहेंगे.