तीन दिन पहले हुए घटनाक्रम के बाद पूर्व प्रधान और भाजपा ओबीसी मोर्चा के अशोक रावत हनुमान बेनीवाल की पार्टी से पुष्कर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है

 विधानसभा चुनाव में इस बार अजमेर की आठ में से अधिकतर सीटों पर तीसरा मोर्चा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) की एंट्री हो गई है. आरएलपी में लगातार भाजपा और कांग्रेस से बागी नेता अलग-अलग विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे. पुष्कर, मसूदा, किशनगढ़, अजमेर उत्तर-दक्षिण, ब्यावर, नसीराबाद और केकड़ी में आरएलपी अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. पुष्कर और मसूदा के उम्मीदवार के नाम भी तय कर लिए गए हैं.

पुष्कर से भाजपा के अलग-अलग पदों पर रहे अधिवक्ता अशोक रावत को मैदान में उतारने की तैयारी है. मसूदा से भी विजयनगर के पूर्व पालिका अध्यक्ष सचिन सांखला का नाम सामने आ रहा है. अशोक रावत भाजपा से अलग होकर आरएलपी में गए हैं. सचिन सांखला कांग्रेस से जुड़े हुए थे. जाट बाहुल्य किशनगढ़ से भी आरएलपी उम्मीदवार खोज रही है. पिछले अजमेर की सभी आठों सीटों पर अधिकतर कांग्रेस और भाजपा का आमना- सामना रहा है. हालांकि पिछले चुनाव में किशनगढ़ में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार तीसरी आरएलपी अपने उम्मीदवार उतार कर उपस्थिति दर्ज करने की कवायत में है. 

तीन दिन पहले हुए घटनाक्रम के बाद पूर्व प्रधान और भाजपा ओबीसी मोर्चा के अशोक रावत हनुमान बेनीवाल की पार्टी से पुष्कर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है. शनिवार को बेनीवाल की पार्टी में जाने वालों में बीजेपी के पूर्व पालिका अध्यक्ष सचिन सांखला का नाम भी शामिल होने की चर्चा है. सांखला को भी टिकट दिया जा सकता है. सांखला कांग्रेस से मसूदा के दावेदार में शामिल थे. आम आदमी पार्टी भी उम्मीदवारों की तलाश में है, लेकिन अभी तक भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक रावत, डॉक्टर शैतान सिंह रावत, जसवीर सिंह रावत, कांग्रेसी नेता सचिन सांखला कांग्रेस से ऐसे कई नाम हैं जो आरएलपी में शामिल होने जा रहे हैं.