नई दिल्ली। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच में संसद की लोकाचार समिति को पूर्ण सहयोग देगा।

वैष्णव के पत्र को एक्स पर शेयर करते हुए निशिकांत ने लिखा- यह धर्मयुद्ध की शुरुआत है। उधर, मोइत्रा ने वैष्णव के पत्र को लेकर हमला करते हुए कहा कि इसके लिए भाजपा का स्वागत है। संसद में पेसे लेकर सवाल पूछने के आरोप महुआ मोइत्रा पर निशिकांत ने लगाए हैं। उन्होंने जांच के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। मामला लोकाचार समिति के पास है।

15 अक्टूबर को वैष्णव को लिखे अपने पत्र में दुबे ने मंत्री से महुआ के खिलाफ आरोपों को अत्यंत गंभीरता से लेने का आग्रह किया। दुबे का आरोप है कि मोइत्रा जब भारत में थीं तब उनकी संसदीय आइडी का इस्तेमाल दुबई में किया गया था। दुबे के पत्र का जवाब वैष्णव ने मंगलवार को दिया। कहा- आपके पत्र में उठाए गए सवाल वाकई में बहुत गंभीर हैं। साथ ही लिखा है कि आपके पत्र से जुड़े मामले की अभी लोकसभा की लोकाचार कमेटी जांच कर रही है।

एनआईसी इस मामले में लोकसभा सचिवालय जो जानकारी मांगेगा, मुहैया कराएगा। यही नहीं, मामले की जांच कर रही लोकाचार समिति को भी पूरा सहयोग करेगा। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अश्विनी वैष्णव से जवाब मिलने के बाद एक्स पर लिखा है, ''देश की सुरक्षा को एक सांसद के लोभ ने खतरे में डाल दिया। रावण दहन व दुर्गा माता के कलश व विसर्जन के बाद धर्म युद्ध की ये शुरुआत है। यह राजनीति से ऊपर और पक्ष-विपक्ष का नहीं बल्कि देश की सुरक्षा, अखंडता का सवाल है।

उधर मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा, ' आखिर झूठ कौन बोल रहा है? फेक डिग्री वाले ने दो रोज पूर्व दावा किया था कि एनआईसी ने दुबई से हुए लाग-इन सहित सभी तमाम डिटेल जांच एजेंसी को दे दी हैं। लेकिन अब वैष्णव कह रहे हैं कि एनआईसी लोकसभा और लोकाचार समिति कमेटी के कहने पर जानकारी देगा। खैर, मुझ पर प्रहार करने के लिए भाजपा का स्वागत है। उनके इस पोस्ट पर दुबे ने फिर पलटवार करते हुए लिखा- चोर मचाए शोर।