आस्था की नगरी जसोलधाम में श्री माता राणी भटियाणी के जन्मोत्सव पर मंदिर में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से हजारों श्रद्धालु उमड़े पर मंदिर मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर मुख्य मार्गों तक लंबी कतारें नजर आई। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक मुख्य प्रवेश द्वार से बाहर तक कतारों में मां के जन्मदिन पर एक झलक पाने के लिए आतुर नजर आए।
मंदिर संस्थान की ओर से माँ के जन्मोत्सव को लेकर आकर्षक सजावट की गई। साथ ही माता की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के साथ जसोल मां का विशेष पूजन व हवनकर छप्पन भोग का प्रसाद चढाया गया। और दर्शनों को आए हजारों भक्तों को फल वितरित किए गए।
संस्थान की ओर से अध्यक्ष रावल श्री किशन सिंह जी जसोल द्वारा शुभवेला में विद्वान आचार्य श्री तोयराज उपाध्याय, वैद आचार्य श्री नितेश त्रिपाठी, श्री दीपक भट्ट, पंडित श्री मनोहरलाल अवस्थी, श्री आदित्य झा के मार्गदर्शन मंदिर शिखर पर पहली बार ध्वजारोहण किया गया। घुड़ नृत्य व किशनगढ़ अजमेर से आए नगाड़ा वादकों की सुरमय प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस दौरान संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह ने कहा की आज का दिन बेहद खास है। भाद्रपद शुक्ल सप्तमी के दिन मां का जन्म हुआ था। आज जसोल मां के सभी भक्तों की ओर से जन्मदिन को हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। संस्थान की ओर से कन्या पूजन व भोजन समेत सभी श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था निशुल्क व्यवस्था की गई।
रावल साहब ने बताया कि संस्थान ने अब भोजनशाला में भक्तों को भी लाभ दिया जाए को लेकर भी निर्णय लिया, अब श्रद्धालु भी संस्थान में सम्पर्क कर आगामी दिनों में भोजनशाला में श्रद्धालुओं के भोजन प्रसादी का लाभ ले सकते है। बड़े मेले को देखते हुए मंदिर संस्थान समिति की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेरीकेट्स, पेयजल तथा मेडिकल के साथ सुचारु रूप से दर्शन के लिए व्यवस्था की गई। इस दौरान संस्थान समिति गणमान्य सदस्यगणों सहित हजारों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।