चीन के विदेश मंत्री वांग यी भी रूस पहुंच गए हैं। रूस पहुंचने पर दोनों देशों के बीच सुरक्षा मुद्दों पर अहम बातचीत होगी। पहले उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग का रूस जाना और अब चीनी विदेश मंत्री का मॉस्को जाना, ये इशारा कर रहा है कि कहीं कोई बड़ी प्लानिंग तो नहीं चल रही है!
China-Russia: चीन के शीर्ष राजनयिक और विदेश मंत्री वांग यी रूस के दौरे पर पहुंचे हैं। सुरक्षा वार्ता के लिए वह रूस पहुंचे हैं, क्योंकि रूस लगातार समर्थन मांग रहा है। चीन पर पश्चिमी देश लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि वह रूस की मदद कर रहा है। वांग यी अपनी यात्रा ऐसे समय में कर रहे हैं, जब हाल ही में रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन की मुलाकात हुई थी। दोनों की मुलाकात के दौरान उत्तर कोरिया रूस को हथियारों की सप्लाई कर सकता है। इसके एवज में रूस उत्तर कोरिया को रक्षा तकनीकी प्रदान कर सकता है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन निकट भविष्य में चीन की यात्रा पर जा सकते हैं। इससे पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी की रूस यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है। चीन और रूस का गठजोड़ ऐसे समय में उभरकर सामने आ रहा है, जब अमेरिका और पश्चिमी देश मिलकर रूस को परोक्ष रूप से यूक्रेन के बहाने निशाना बना रहे हैं। रूस और यूक्रेन की जंग में यूक्रेन को नाटो संगठन के देशों का साथ मिल रहा है। ऐसे में रूस अपने परंपरागत दोस्तों चीन और उत्तर कोरिया का साथ मांग रहा है। ऐसे में चीन, रूस और उत्तर कोरिया का गठबंधन तेजी से उभर रहा है।
पुतिन ने गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से नहीं की विदेश यात्रा
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन अगले महीने बेल्ट एंड रोड फोरम में हिस्सा लेने के लिए चीन की यात्रा करेंगे। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट की ओर से गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने के बाद से पुतिन ने विदेश यात्रा नहीं की है। दिसंबर 2022 में पुतिन ने आखिरी विदेश दौरा किया था। तब वे किर्गिस्तान और बेलारूस गए थे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन की चीन यात्रा भी कई मायनों में खास होगी। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि संकटकाल में पुतिन और जिनपिंग एक नए दोस्त के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं।
जंग को टालना चाहता है चीन
चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक वांग 'रणनीतिक सुरक्षा परामर्श' लिए चार दिन रूस में रहेंगे। रूसी न्यूज एजेंसी टास के मुताबिक वह रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलेंगे। इस दौरान यूक्रेन युद्ध बातचीत का प्रमुख मुद्दा होगा। इसके अलावा वह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नाटो बलों और बुनियादी ढांचे के विस्तार पर चर्चा करेंगे। एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट की प्रबंध निदेशक रोरी डेनियल ने कहा कि चीन जल्द से जल्द इस युद्ध को खत्म करने के पक्ष में है, ताकि वह यूरोप के साथ संबंध सुधार सके।
कई तोहफों के साथ स्वदेश लौटे थे किम जोंग
रूस से वापस लौटते वक्त किम जोंग को इन उपहारों में जो खास चीजें मिलीं, उनमें बुलेटप्रूफ जैकेट और ड्रोन्स खास हैं। रूसी मीडिया एजेंसी टास के मुताबिक, उन्हें तोहफे में 5 कामिकाजे ड्रोन, एक जेरान-25 जासूसी ड्रोन मिले हैं। इसके अलावा प्रिमोरी क्षेत्र के गवर्नर ने किम जोंग को एक बुलेटप्रूफ जैकेट और थर्मल कैमरा में डिटेक्ट न हो पाने वाले खास कपड़े भी दिए हैं। इन तोहफों ने पश्चिम देशों की चिंता को और गहरा दिया है।