प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में 10 औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर जमकर हमला बोला. उन्‍होंने कहा कि ये घमंडिया गठबंधन वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीना रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स और मध्य प्रदेश में 10 औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसी के साथ पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि सनातन को मिटाकर देश को फिर से गुलामी में धकेलना चाहते हैं. इनका नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है. लेकिन इन्होंने अपनी मुंबई मीटिंग में ये घमंडिया गठबंधन कैसे काम करेगा इसकी नीति और रणनीति बना दी है. इन्होंने अपने एक छिपा एजेंडा भी तय कर लिया है.

घमंडिया गठबंधन वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को...

विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "ये घमंडिया गठबंधन वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं. जिस सनातन को गांधी जी ने जीवनपर्यंत माना, जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया. ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं."

मध्य प्रदेश को पीएम मोदी की सौगात

पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में 50, 000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं; इससे राज्य के विकास को गति मिलेगी. किसी भी देश या किसी भी राज्य के विकास के लिए जरूरी है कि पूरी पारदर्शिता से शासन चले, भ्रष्टाचार पर लगाम कसी रहे. मध्य प्रदेश में आज की पीढ़ी को याद नहीं होगा, लेकिन एक वो भी दिन था जब मध्य प्रदेश की पहचान देश के सबसे खस्ताहाल राज्य के रूप में होती थी. आजादी के बाद जिन्होंने लंबे समय तक मध्य प्रदेश में राज किया उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध के सिवाय राज्य को कुछ भी नहीं दिया. वो जमाना था कि यहां अपराधियों का ही बोलबाला था, कानून-व्यवस्था पर लोगों को भरोसा ही नहीं था.

पीएम मोदी ने जी20 की सफलता का किया जिक्र

पीएम ने कहा कि जब लेकिन जब आपने हमें और हमारे साथियों को सेवा का मौका दिया तो हमने पूरी ईमानदारी से मध्य प्रदेश का भाग्य बदलने का भरसक प्रयास किया है. हमने मध्य प्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई, यहां कानून-व्यवस्था स्थापित की. भारत ने गुलामी को मानसिकता को पीछे छोड़कर अब स्वतंत्र होने के स्वाभिमान के साथ आगे बढ़ना शुरू किया है. कोई भी देश, जब ऐसा ठान लेता है, तो उसका कायाकल्प होना शुरू हो जाता है. इसकी एक तस्वीर अभी आपने G20 शिखर सम्मेलन के दौरान भी देखी.