दाऊदी बोहरा समाज महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण हे यह समाज दहेज प्रथा से मुक्त हे एवं यह समाज महिलाओं का सम्मान करता हे वही समाज में महिलाओं का स्थान भी सर्वोपरि हे । मगर कुछ दहेज़ लोलुप मानसिकता के लोग समुचे समाज को बदनाम करने मे कोई कसर नहीं छोड़ते । ऐसा ही एक मामला दाहोद सैफी मोहल्ला के क़रीब का आया हे एवं पुलिस ने दहेज़ मांगने वाले परिवार को पुलिस हिरासत में ले कर कानूनी कार्यवाही कर रही हे । इस घटना की संपूर्ण जानकारी *समाज सेवक एवं पत्रकार श्री बुरहान भाई बादशाह* ने दबंग समाचार को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि फ़रियाद सकिना पिता मुफज्जल कागड़ा वाला एफ़/९ स्टलिंग सेंटर तीसरा माला खानपूर अहमदाबाद की लड़की की शादी सन् २०१६ में फैयाज मुख्तार हुसैन पतरा वाला निवासी दाहोद के साथ हुईं थीं । शादी के बाद से ही सासू मां ने अपना रौद्र रूप दिखाना चालू कर दिया था पुत्री ने अपने मायके में उक्त बाबत चर्चा की किन्तु संस्कारी परिवार के कांगड़ा परिवार होने से अपनी लाडली बिटिया को समझाया कि यह तो होता रहता हे समय के साथ सब ठीक हो जाएगा इसी बात के कारण बिटिया ससुराल में ताने सुनतीं रही एवं प्रताड़ित होती रही मगर प्रताड़ना हद पार कर गई । एक दिन दामाद बनाम फैयाज पतरा वाला जो तत्समय पूना में किसी कंपनी में जॉब करता हे ने अपनी पत्नी सकिना को पूना से अहमदाबाद उसके माता-पिता के पास अकेले पहुंचा दिया एवं दुसरे दिन फ़ोन कर दामाद ने बताया कि वह अब उसकी पत्नी को लेने नहीं आएगा अब उसे अपने पास ही रखे मै उससे कोई रिश्ता नहीं रखना चाहता । उक्त आशय की बात जब दाहोद के समाज सेवक एवं पत्रकार बुरहान भाई बादशाह को पता चलीं तो वे पतरा वाला परिवार से पारिवारिक परामर्श के लिए गये जहां पर पतरा वाला परिवार ने उनसे अव्यवहारिक बात कर कहा कि हम तीसरे पक्ष से कोई बात नहीं करना चाहते ( स्मरण रहे बुरहान भाई बादशाह समाज में ऐसे मामलों में सुलह करवा कर परिवार जोडने का काम करतें हे एवं अभी तक कई परिवार को वे परामर्श देकर परिवार जोड चुके हे )कह कर बदतमीजी से पेश आए उसके बाद कई बार पतरा वाला परिवार से सामाजिक समझौते की बात की किन्तु उक्त परिवार ने कोई बात नहीं सुनी । तब हार कर सकिना पिता मुफज्जल भाई कांगड़ा वाला ने अहमदाबाद शहर में पुलिस शिकायत की पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत ही रिपोर्ट दर्ज कर ली एवं पुलिस ने वहां से पतरा वाला परिवार को सुचना दी किन्तु कानून से उपर स्वयं को समझते हुए उन्होंने पुलिस के फोन को कोई महत्व नहीं दिया तब पुलिस ने अहमदाबाद से आकर मुख्तियार हुसैन पतरा वाला , हसन भाई टिनवाला , फातेमा बेन पतरा वाला , एवं शमीम बेन खरौंदा वाला को दहेज प्रतिबंध अधिनियम ३/७ एवं दहेज़ प्रताड़ना की धारा ४९८ ऐ ११४ में सभी को गिरफ्तार कर अहमदाबाद ले कर आगे की कार्यवाही कर रात में ही सभी की ज़मानत कर छोड़ दिया ।
सौजन्य - दबंग समाचार