जन्माष्टमी के अगले दिन ही मनाया जाता हैं दही हांडी उत्सव, मुंबई की इन लोकप्रिय जगहों पर देख सकते हैं इसका नजारा
इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी जिसकी रौनक और उत्साह बाजारों में अभी से देखी जा सकती हैं। लेकिन इसी के साथ ही दही हांडी उत्सव का भी अपना अलग ही रोमांच देखने को मिलता हैं जो कि जन्माष्टमी के अगले ही दिन 7 सितंबर 2023 को मनाया जाना हैं।
दही हांडी उत्सव मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में होता है, लेकिन अब देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी इसका आयोजन किया जाता है। महाराष्ट्र में दही हांडी उत्सव को गोपालकाला के नाम से भी जानते हैं। अगर आप भी इस खास दिन घूमने-फिरने की ख्वाइश रख रहे हैं, तो इस बार मुंबई की दही हांडी का मजा लें।
क्यों मनाया जाता है दही हांडी उत्सव
दही हांडी महोत्सव का संबंध श्रीकृष्ण की नटखट लीलाओं से है। भगवान कृष्ण को अपने बालकाल में दही और मक्खन अत्यन्त प्रिय थे। इसके लिए वह अपने दोस्तों के साथ पड़ोस के घरों में चोरी चुपके माखन चुराते और अपने मित्रों को भी खिलाते थे। यही वजह है कि कान्हा माखन-चोर के नाम से प्रसिद्ध हुए। बाल गोपाल की इस हरकत से परेशान होकर गोपियों ने दही-माखन से भरे पात्र को ऊंचे स्थान पर लटकाना शुरू कर दिया। श्रीकृष्ण ने गोपियों को यहां भी विफल कर दिया। उन्होंने माखन पाने के लिए अपने सखाओं के साथ मानव पर्वत बनाने की योजना बनाई। भगवान कृष्ण की दही चुराने की यह बाल लीला अब भारतीय लोक कथा का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। यही वजह है कि हर साल जन्माष्टमी के अगले दिन दही हांडी महोत्सव मनाया जाता है।