रायपुर,  मणिपुर हिंसा को लेकर देशभर में राजेताओं द्वारा टिप्पणी की जा रही है। साल के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। बुधवार को छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री (मणिपुर घटना की) जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं, तो उन्हें गृह मंत्री अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाना चाहिए और शाह को देश को जवाब देना चाहिए। मणिपुर की घटना को बेहद संवेदनशील बताते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस समेत विपक्ष इस मुद्दे पर गृह मंत्री के बजाय प्रधानमंत्री से जवाब चाहता है।

कार्रवाई में देरी के लिए जवाबदेही कौन? टीएस सिंह देव

मणिपुर मुद्दे पर चर्चा में सहयोग के लिए गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विपक्ष को पत्र लिखे जाने के बाद छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, "कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। महिलाओं के साथ क्रूर और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है।

एफआईआर होने के 77 दिन बाद कार्रवाई हो रही है तो जवाबदेह कौन है? देव ने आगे कहा,"पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों को इसके बारे में पता होगा... अगर पीएम मोदी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं तो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें। फिर अमित शाह जवाब दे सकते हैं।”

सीएम को किया जाए बर्खास्त: डिप्टी सीएम

डिप्टी सीएम ने कहा, "यह असंभव है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को मणिपुर की स्थिति के बारे में जानकारी न हो।" उन्होंने पूछा कि मणिपुर में हुई जघन्य घटना पर कार्रवाई में देरी के लिए कौन जिम्मेदार होगा।

सिंह ने आगे कहा, मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को अपने पद से हट जाना चाहिए और यदि वह अनिच्छुक हैं तो (उनके) केंद्रीय नेतृत्व को उन्हें हटाने में संकोच नहीं करना चाहिए। डिप्टी सीएम ने कहा, "अगर वह (बीरेन सिंह) स्थिति को नियंत्रण में लाने में सक्षम नहीं हैं, तो उनके मुख्यमंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।"