गोरखपुर/ नौसड़- आपसी प्रेम, सौहार्द, चरित्रोत्थान, आत्म कल्याण तथा अच्छे समाज के निर्माण का उद्देश्य लेकर 27 दिनों के लिये निकले जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के अध्यक्ष एवं सन्त बाबा जयगुरुदेव महाराज के उत्तराधिकारी पंकज महाराज का 22वें पड़ाव जब गोरखपुर,नौसड़ के बेरिया टोला पहुंचा तो अपने घरों से निकल कर भाई-बहनों ने काफिले का फूल-माला, बैण्ड बाजा, आतिशबाजी के साथ स्वागत किया।

  *हुआ सत्संग समारोह का आयोजन*

अपने सत्संग प्रवचन में पंकज महाराज जी ने बताया कि सत्संग वह जल है जिसमें स्नान करके जीवात्मायें हंस रूप बन जाती है। सन्तों महात्माओं के सत्संग में किसी व्यक्ति, कौम, मजहब की निन्दा आलोचना नहीं की जाती है, यहॉ तो भगवान की भक्ति का शौक पैदा किया जाता है। मनुष्य शरीर चौरासी लाख योनियों में सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि इसमें परमात्मा के पास जाने का दरवाजा है जिसका भेद संत महात्मा जानते है। 

  उन्होंने ने कहा कि हमारे गुरु महाराज परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने समाज में बढ़ती हुयी हिंसा,अपराध और शराब व अन्य नशों की बढ़ती हुयी प्रवृत्ति पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि सबसे पहले आप मानवतावादी बनें, एक-दूसरे की निःस्वार्थ भाव से सेवा करें, समाज में मिलजुल कर रहें। शराब व अन्य नशीली वस्तुओं का सेवन छोड़े। जिस शराब के पीने से ऑखों से मॉ-बहन, बेटी की पहचान खत्म हो जाती है इसे पीकर कैसे विचार कर सकते है कि क्या अच्छा है, क्या बुरा है? हम समस्त लोगों से अपील किया कि स्वयं शाकाहारी-सदाचारी बनें, नशों से मुक्त हो।

संस्थाध्यक्ष ने आगामी 1 से 5 जुलाई तक मथुरा में होने वाले गुरुपूर्णिमा पर्व पर पधारने के लिये सभी वर्ग के लोगों को सादर आमन्त्रण भी दिया। 

 इस अवसर पर जयगुरुदेव संगत गोरखपुर के अध्यक्ष जयराम मास्टर, ब्लाक अध्यक्ष नन्दू, व्यवस्थापक रामू, जयस, प्रधान शेषनाथ, राजेश निषाद, दुर्गेश, कृष्ण मोहन यादव, पार्षद राम भवन, राम सजन, सूरज, रोहित, राम मिलन निषाद, राधेश्याम प्रधान, रामू जी, सुरेश चन्द श्रीवास्तव एडवोकेट, विक्रमादित्य यादव, सतीश चन्द्र पाण्डेय, सहयोगी संगत प्रयागराज के अध्यक्ष सुखराम यादव, अशोक पटेल तथा संस्था के पदाधिकारी एवं प्रबन्ध समिति के सदस्यगण भी उपस्थित रहे। जनजागरण यात्रा अपने अगले पड़ाव के लिये प्रस्थान कर गई।