Sanjay Singh Suspension: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के निलंबन के बाद संसद के बाहर विपक्षी सांसदों ने सोमवार को संसद भवन के बाहर पूरी रात धरना प्रदर्शन दिया। पूरा बवाल मणिपुर वायरल वीडियो को लेकर मचा हुआ है।

आप सांसद सोमवार को संसद सत्र के दौरान दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के मुद्द को लेकर बहस कर रहे थे। इस हंगामेदार सत्र के दौरान संजय ने वेल में राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने विरोध किया और उन्हें हाथ दिखाकर कुछ बोला। उनकी इस हरकत की वजह से उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।

निलंबन के बाद क्या बोले AAP नेता संजय?

सदन की कार्रवाई के बाद आप नेता संजय ने कहा, 'कल पूरी रात हम गांधी प्रतिमा के सामने बैठे रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की और कहा, 'हमारी एक ही मांग है कि पीएम मोदी मणिपुर मुद्दे पर बोलें। हम यहां विरोध करते रहेंगे और मैं अभी भी पीएम मोदी से अनुरोध कर रहा हूं कि वह संसद में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बात करें।'

संजय सिंह के निलंबन पर विपक्षी सांसदों का विरोध

संजय सिंह पर हुई कार्रवाई के विरोध में विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर धरना प्रदर्शन दिया, जिसमें खुद आप सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक और सुशील गुप्ता के साथ-साथ टीएमसी के नेता डोला सेन, शांता छेत्री,

कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी, अमीबेन और जेबी माथेर, सीपीएम नेता बिनॉय विश्वम, सीपीआई नेता राजीव और बीआरएस नेता शामिल हुए थे।

संजय सिंह ने ट्विटर पर किया पोस्ट

आप सांसद संजय सिंह ने संसद के बाहर की एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें वह बैठे हुए नजर आ रहे है। इसके साथ ही उन्होंने एक कैप्शन भी दिया है, जिसमें लिखा है, 'हर रात की सुबह होती है। संसद का परिसर। बापू की प्रतिमा। मणिपुर को न्याय दो।'

सदन के नेताओं ने किया संजय सिंह का विरोध

सोमवार को संसद में संजय सिंह द्वारा की गई हरकत को लेकर सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा, 'संजय सिंह की इस तरह की हरकत सही नहीं है। ये सदन के नियमों के खिलाफ है। मैं सभापति से अपील करता हूं कि वे संजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई करें।सरकार संजय सिंह के सस्पेंशन के लिए प्रस्ताव लाती है कि उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए सस्पेंड किया जाए।'

सभापति जगदीप धनखड़ क्या बोले?

पीयूष गोयल की इस मांग पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'संजय सिंह को आसन के खिलाफ लगातार नियमों का उल्लंघन करने के लिए मॉनसून सत्र के बाकी की बची अवधि के लिए सस्पेंड किया जाता है। क्या सदन इस प्रस्ताव को स्वीकार करता है? इस पर सत्ताधारी सांसदों ने हामी भरी और ध्वनिमत से ये प्रस्ताव पारित हो गया।