नई दिल्ली, देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में भाजपा समेत 38 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में शामिल नेताओं को पीएम मोदी संबोधित कर रहे हैं।
संबोधन करते हुए उन्होंने कहा,"NDA के 25 वर्षों की इस यात्रा के साथ एक और संयोग जुड़ा है। ये वह समय है, जब हमारा देश आने वाले 25 वर्षों में एक बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कदम बड़ा रहा है। ये लक्ष्य विकसित भारत का है, आत्मनिर्भर भारत का है।"
उन्होंने कहा कि हमारे लिए गठबंधन मजबूती का माध्यम है। किसी के विरोध के लिए नहीं बना था एनडीए का गठन नहीं हुआ था।
पीएम मोदी ने एनडीए का बताया नया मतलब
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने इस अवसर पर एनडीए का नया मतलब भी बताया। उन्होंने कहा कि एनडीए में एन का मतलब है न्यू इंडिया, डी का मतलब डेवलप्ड इंडिया और ए का मतलब एस्पिरशन और पीपल यानी लोगों की आकांक्षाएं है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमारे देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी गठबंधन नकारात्मकता के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए। कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं।''
उन्होंने कहा कि 1988 में NDA का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना NDA का लक्ष्य नहीं था। NDA किसी के विरोध में नहीं बना था, NDA किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था। NDA का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था।
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों की हुई बैठक पर साधा निशाना
मंगलवार के बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक भी हुई। इस बैठक में कांग्रेस समेत 26 राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया। इस बैठक पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,"जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी का हो, जब गठबंधन भ्रष्टाचार की नीयत से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया गया हो तो वो गठबंधन देश का बहुत नुकसान करता है।"
उन्होंने आगे कहा कि 2014 से पहले की गठबंधन सरकार का उदाहरण हमारे सामने है। प्रधानमंत्री के ऊपर एक आलाकमान, पॉलिसी पैरालिसिस, निर्णय लेने में अक्षमता, अव्यवस्था और अविश्वास, खींचतान और भ्रष्टाचार, लाखों-करोड़ों के घोटाले।