पन्ना।

ग्राम कूड़न की विस्थापित सूची में ग्रामीणों के नाम दर्ज करवाने और मकान व प्लाट का मुआवजा पाने भटक रहे ग्रामीण।

ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज्ञापन सौंप लगाई मदद की गुहार।

एंकर

ग्राम कूड़न की विस्थापित सूची में अपने नाम दर्ज करवाने और मकान व प्लाट का उचित मुआवजा पाने के लिए ग्रामवासी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और उनकी मांगे पूरी नहीं होने पर 17 जुलाई को ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में आवेदन सौंपकर मदद की गुहार लगाई है।

बीओ

दिए गए आवेदन में बताया गया कि करीब दो दर्जन ग्रामवासी ऐसे हैं जिनको ग्राम कूड़न तहसील अमानगंज जिला पन्ना मध्य प्रदेश में कोई भी भूमि नहीं थी जिस कारण से उन्होंने शासन के दिशा एवं निर्देशानुसार वन परीक्षेत्र अमानगंज बीट जसवंतपुरा ग्राम कूड़न के अंतर्गत भूमि प्रदान की गई थी उक्त भूमि पर वन अधिकार प्रमाण पत्र भी वन मंडल अधिकारी उप वन संरक्षक पन्ना जिला संयोजक जनजातीय कल्याण व कलेक्टर के हस्ताक्षर सुदा प्रमाण पत्र प्रदान कर उक्त भूमि पर अधिकार प्रदान किए गए थे आवेदनगणों को उक्त भूमि प्राप्त होने के बाद वह उक्त भूमि पर काबिज होकर अपनी मजदूरी से मकान का निर्माण कर वाह फलदार वृक्ष लगाकर अपने परिवार के साथ निवास करते चले आ रहे हैं इतना ही नहीं कई ग्रामवासी उक्त जमीन पर कृषि कार्य भी कर रहे हैं और अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं लेकिन अब उक्त भूमि विस्थापित होने के कारण उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें जमीनों से हटाया जा रहा है ग्रामीणों ने मांग की है कि उनका नाम सर्वे सूची में दर्ज कर भूमि एवं मकान और प्लाट का उचित मुआवजा दिया जाए।