*दोस्त की हत्या करने वाले 02 आरोपी गिरफ्तार*

*आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त चाकू, पत्थर एवं मृतक का मोबाइल जप्त*

*घटना का संक्षिप्त विवरण* - दिनांक 08/07/23 को फरियादी वेद प्रकाश उपाध्याय पिता श्री कौशल प्रसाद उपाध्याय उम्र 36 वर्ष निवासी नचनौरा द्वारा थाना कोतवाली पन्ना में रिपोर्ट की गई कि मेरा भतीजा राम जी उपाध्याय उम्र करीब 16 साल 10 माह का दिनांक 07/07/23 के 11:30 बजे घर से स्कूल में एडमिशन कराने गुनौर जाने की कहकर गया था, जो घर वापस नहीं आया हम लोगों ने उसकी तलाश गाँव, आसपास, मोहल्ला, स्कूल, गुनौर एवं नाते रिश्तेदारी में किया लेकिन मेरे भतीजे का कहीं कोई पता नहीं लग रहा है । फरियादी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली पन्ना में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपहरण करने का अपराध क्रमांक 483/23 कायम किया जा कर विवेचना में लिया गया ।

*पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही* – मामला संदेहास्पद प्रवृत्ति का प्रतीत होने से थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना निरीक्षक अरुण कुमार सोनी द्वारा मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी गई । पुलिस अधीक्षक पन्ना धर्मराज मीना द्वारा उक्त मामले को गंभीरता से लिया गया । मामले के खुलासा हेतु पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती आरती सिंह व अनुविभागीय अधिकारी पन्ना राजेन्द्र मोहन दुबे के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया । पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा मामले में पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना को पुलिस टीम के साथ मिलकर मामले के खुलासा में सहयोग करने हेतु आदेशित किया गया । पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशानुसार पुलिस सायबर सेल टीम एवं गठित पुलिस टीम द्वारा मामले के खुलासा हेतु लगातार प्रयास किये गये । पुलिस टीम द्वारा घटना दिनांक को अपहृत बालक (रामजी उपाध्याय) से मिलने वाले एवं साथ में देखे गये व्यक्तियों से पूँछताछ की गई । पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना से मिली जानकारी एवं लोगो से की गई पूँछताछ के आधार पर पुलिस टीम द्वारा मामले में 02 संदेही व्यक्तियों को चिन्हित किया गया जो घटना दिनांक को अपहृत बालक साथ में देखे गये थे । दिनांक 12/07/23 को मुखबिर सूचना एवं साइबर सेल पन्ना से मिली जानकारी के आधार पर मामले में संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की जाकर दोनो व्यक्तियों को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया । पूछताछ पर एक संदेही द्वारा बताया गया कि मैं अपहृत के ही गाँव का रहने वाला हूँ । अपहृत (रामजी उपाध्याय) से मेरी अच्छी दोस्ती थी । उसने मुझे बताया था कि उसे ऐसे स्थान की जानकारी है जहाँ गड़ा हुया धन (खजाना) रखा है । उसकी बात सुनकर मैनें लालच में आकर कई बार रामजी से उस स्थान के बारे में पूँछा लेकिन उसने मुझे उस स्थान के बारे में कुछ नहीं बताया । इसी बात को लेकर मैने दिनांक 07/07/23 को अपने एक अन्य साथी को पवई से गुनौर बुलाकर गड़े हुये धन (खजाना) के बारे में बताया । इसके बाद हम दोनो योजना बनाकर घूमने के बहाने रामजी को साथ लेकर अकोला जंगल तरफ गये । सड़क से करीब 01 किलोमीटर जंगल के अन्दर पहुँचकर हम लोगो ने रामजी से उस स्थान के बारे में पूँछा जहा गड़ा हुआ धन (खजाना) छिपा होने के बारे में रामजी ने मुझे बताया था । गड़े धन की चर्चा सुनकर रामजी नाराज होकर वहाँ से भागने की कोशिस करने लगा जिसे मैने अपने साथी के साथ मिलकर जमीन पर पटक दिया और दोनो ने मिलकर चाकू एवं पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी । हम लोगो ने रामजी का मोबाइल इटवां मोड के पास गाड़ दिया है । पुलिस द्वारा उक्त आरोपियों के बताये अनुसार रामजी उपाध्याय के शव को अकोला जंगल से दस्तयाब करते हुये आरोपियो के बताये अनुसार मृतक का मोबाइल इटवां मोड के पास से बरामद किया गया । मामले में मौके पर ही पुलिस द्वारा मर्ग कायम किया जाकर जाँच की जा रही है । 

जप्त सामग्री – घटना स्थल से कपड़ो से टूटे बटन, खून आलूदा मिट्टी, आरोपियों द्वारा घटना में प्रयुक्त पत्थर, चाकू एवं आरोपियो के द्वारा छिपाया गया मृतक का मोबाइल जप्त किया गया है । 

*सराहनीय योगदान*- उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना अरुण कुमार सोनी, चौकी प्रभारी ककरहटी उनि सुयश पाण्डेय, उनि सुशील शुक्ला, अनफासुल हसन, सउनि रामकृष्ण पाण्डेय, विक्रम सिंह, पुलिस सायबर सेल पन्ना से प्र.आर. नीरज रैकवार, राहुल सिंह बघेल, आर. आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह राजावत, राहुल पाण्डेय एवं पुलिस टीम में शामिल प्र.आर. गणेश सिंह, मनीष विश्वकर्मा, शिवस्वरूप तिवारी, राघवेन्द्र सिंह ,लक्ष्मी नारायण, अशोक सिंह, आर. वीरेन्द्र, नीलेश, शैलेन्द्र, घनश्याम पटेल एवं दीपक का सराहनीय योगदान रहा है । पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा उपरोक्त पुलिस टीम को 10 हजार रूपये के ईनाम से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है ।