बेंगलुरु,  कर्नाटक में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में विधायक दल के नेता के बिना ही शामिल होगी। नियुक्ति के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ चर्चा के बाद, पार्टी के शीर्ष नेताओं ने फैसला किया है कि सोमवार को कर्नाटक में हो रहे विधानसभा सत्र में एक पर्यवेक्षक भेजा जाएगा।

भाजपा विधायकों की राय लेकर आलाकमान को सौंपेंगे रिपोर्ट

मई में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 135 सीटों के साथ सत्ता में आई, जबकि भाजपा ने 66 और जद (एस) ने 19 सीटें जीतीं। रविवार देर रात दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद येदियुरप्पा ने पत्रकारों को जानकारी दी कि पर्यवेक्षक भाजपा विधायकों की राय लेंगे और पार्टी आलाकमान को एक रिपोर्ट सौंपेंगे।

पर्यवेक्षक दल के नेता तय करेंगे नेता प्रतिपक्ष का नाम

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि पर्यवेक्षकों की राय के आधार पर पार्टी विधायक दल का नेता तय करेगी कि विपक्ष का नेता किसे बनाया जाएगा। भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य येदियुरप्पा ने कहा, "बैठक में इसी पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि वे एक पर्यवेक्षक भेजेंगे, जो राय जुटाएगा और पार्टी आलाकमान को बताएगा। बाद में, वे मेरे साथ चर्चा करेंगे।"

मंडाविया और तावड़े होंगे पर्यवेक्षक

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कर्नाटक विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि दोनों केंद्रीय नेता राज्य विधानसभा में विधायकों द्वारा पार्टी के नेता के चुनाव की निगरानी के लिए कुछ दिनों में राज्य का दौरा करेंगे।

भाजपा करेगा विधायक दल की बैठक

भाजपा नेता ने कहा, "पार्टी का यह अंतिम निर्णय है कि वे सोमवार को पर्यवेक्षक भेज रहे हैं। पर्यवेक्षकों की राय के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।" नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में येदियुरप्पा ने कहा कि यह पार्टी विधायकों की राय के आधार पर इस बात फैसला किया जाएगा।

इस बीच, पार्टी सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक विधानमंडल में राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा दोनों सदनों के संबोधन के तुरंत बाद ही सोमवार को दोपहर एक बजे भाजपा विधायक दल की बैठक होगी।