इंफाल, मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है, लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। मणिपुर में अशांति के बीच नेशनल हाईवे- 2 को खोल दिया गया है। इधर, ताजा हिंसा में बिष्णुपुर जिले में तीन लोगों की मौत हुई है।
बिष्णुपुर में गोलीबारी में तीन की मौत
मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के खोइजुमंतबी गांव में ताजा हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। ये तीनों 'ग्राम स्वयंसेवक' थे और एक अस्थायी बंकर में इलाके की निगरानी कर रहे थे। इसी बीच, कुछ अज्ञात बंदूकधारियों के साथ गोलीबारी में उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि शनिवार को हुई गोलीबारी में पांच अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मणिपुर से रुक-रुक कर लगातार हिंसा की खबर सामने आ रही है।
दो महीने बाद खुला नेशनल हाईवे
इसी बीच, यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) ने कांगपोकपी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग- 2 को खोल दिया है। ये दोनों संगठन कुकी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने इस हाईवे को बंद कर रखा था, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद हाईवे को खोल दिया गया।
यूपीएफ और केएनओ ने रविवार को कहा कि कांगपोकपी में नेशनल हाईवे को खोलने का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि मणिपुर में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रभाव से यह कदम उठाया गया है।
क्या है पूरा मामला?
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच लगभग दो महीने से हिंसा भड़की हुई है। जिसकी वजह से 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मैतेई समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'जनजातीय एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद तीन मई को पहली बार झड़पें हुईं थीं और बीते दिनों एक बार फिर से गोलीबारी की घटना सामने आई।