नई दिल्ली, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को दिल्ली के करोलबाग में मोटरसाइकिल मैकेनिकों की वर्कशाप का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उनसे बातचीत भी की। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर मैकेनिकों के साथ अपनी बातचीत की तस्वीरें पोस्ट की हैं। इसमें उन्होंने लिखा, उन हाथों से सीखें जो रिंच घुमाते हैं और देश के पहियों को गतिमान रखते हैं।
कांग्रेस ने भी राहुल की इन तस्वीरों को साझा किया है। उसने इसके साथ लिखा, ये हाथ भारत का निर्माण करते हैं। इन कपड़ों पर लगी ग्रीस हमारा गौरव और स्वाभिमान है। केवल एक जननायक ही इन्हें प्रोत्साहित करने का काम कर सकता है। भारत जोड़ो यात्रा जारी है।
बता दें कि 2024 के आम चुनाव में कुछ वक्त है, मगर इंटरनेट मीडिया पर इसका माहौल बनने लगा है। मंगलवार को कांग्रेस की ओर से जारी एक एनिमेशन वीडियो ने इंटरनेट मीडिया पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी। इस वीडियो में राहुल गांधी अपनी मुहब्बत की दुकान के जरिये भाजपा की कथित विभाजनकारी नीतियों वाले नफरत के बाजार को चुनौती दे रहे हैं।
कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर जारी मुहब्बत की दुकान शीर्षक के साथ पौने दो मिनट के एनिमेशन वीडियो में चुनाव का कोई जिक्र नहीं है। लेकिन, जिस तरह इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तेजी से दौड़ते सत्ता के रथ को राहुल गांधी अपनी समावेशी नीतियों के जरिये रोकते दिखाए गए हैं उसका संदेश साफ है। वीडियो में पीएम मोदी को लोकतंत्र, मीडिया और नौकरशाही को उनकी जमीन से उखाड़ अपने रथ के ऊपर रखते हुए दिखाया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह को हिंदू और मुसलमानों के बीच दरार पैदा करते हुए चित्रित किया गया है। वहीं राहुल गांधी दोनों समुदायों को एकजुट करते हुए दिखाए गए हैं। वीडियो में भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से राहुल लोगों को एकजुट करते हुए आगे बढ़ते हैं तो पृष्ठभूमि में राज कपूर की फिल्म अनाड़ी का चर्चित गीत 'किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार' की धुन के अनुरूप बोल सुनाई देते हैं।
इसमें राहुल गांधी की ओर इंगित करते हुए कहा गया है कि 'सभी के वास्ते हो जिसके दिल में प्यार, गांधी उसी का नाम है।' वीडियो में राहुल गांधी को ट्रक यात्रा करते हुए भी दिखाया गया है। जैसे ही उनका ट्रक 'नफरत का बाजार' बोर्ड से गुजरता है, वह नीचे गिर जाता है और पृष्ठभूमि में 'मोहब्बत की दुकान' सामने आ जाती है।
कांग्रेस इंटरनेट मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जब मुख्यधारा में विपक्ष की बातों को उचित जगह नहीं दी जा रही, ऐसे में लोकतंत्र, नौकरशाही, मीडिया पर कब्जा करने के सच का मर्यादित तरीके से पर्दाफाश किया जाना जरूरी है।इंटरनेट मीडिया पर इस सियासी जंग की शुरुआत वैसे भाजपा ने करीब तीन महीने पहले की जब 'मुझे चलते जाना है' शीर्षक से पीएम मोदी का एक एनिमेटेड वीडियो प्रसारित किया था। इसमें कांग्रेस के हमलों के बावजूद मोदी के प्रधानमंत्री बनने तक के सफर और देश को नई मंजिलों की ओर ले जाने वाले नायक के तौर पर दिखाया गया था।