लाल इमली के पीछे वाली गली में तीन बोरियों में भरकर शव फेंकने के मामले में पुलिस को कामयाबी मिली है। शव को फेंकने के लिए ई-रिक्शा का प्रयोग किया गया था। सीसीटीवी की फुटेज में यह ई-रिक्शा दिखाई दे रहा है। पुलिस चालक और ई-रिक्शा की तलाश में जुटी है।
सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को मिला हत्या का क्लू
कर्नलगंज थानाक्षेत्र में लाल इमली के पीछे जाने वाली गली में 17 जून की सुबह तीन अलग-अलग बोरियों में भरा एक शव बरामद हुआ था। शव की शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी है। जांच में जुटी पुलिस ने अब तक घटनास्थल के आस-पास लगे 15 सीसीटीवी कैमरों का रिकार्ड खंगाला है। इन कैमरों की मदद से उन वाहनों की पड़ताल की जा रही है जो रात में उधर से गुजरे। तीन दिनों बाद मंगलवार को एक ऐसा सीसीटीवी फुटेज मिला है जिसे पुलिस बड़ा क्लू मानकर चल रही है।
तो क्या जिंदा ही काट डाला?
तीन दिन बाद मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ। डाक्टरों के मुताबिक उसे जिंदा ही काटा गया। सिर काटने से मौत हुई होगी जिसके बाद शव के टुकड़े कर दिए गए। डाक्टरों को शरीर में खून नहीं मिला है। माना जा रहा है कि हत्या के बाद अगर शव काटा जाता तो खून अंदर जम जाता लेकिन यहां ऐसा देखने को नहीं मिला।
पुलिस का मानना है कि ऐसा हो सकता है कि मृतक युवक को बेहोश किया गया हो और उसके बाद हत्या की गई हो क्योंकि गर्दन नहीं है इसलिए गला दबाने या गला काटने का तथ्य सामने नहीं आ सका है।