प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (21 जून) को जी-20 पर्यटन मंत्रियों के शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। वर्चुअल तौर पर इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "कहा जाता है कि आतंकवाद बांटता है लेकिन पर्यटन जोड़ता है।"

उन्होंने आगे कहा,पर्यटन में सभी क्षेत्रों के लोगों को जोड़ने की क्षमता है, जिससे एक सामंजस्यपूर्ण समाज का निर्माण होता है। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि यूएनडब्ल्यूटीओ के साथ साझेदारी में एक जी20 पर्यटन डैशबोर्ड विकसित किया जा रहा है।"

वाराणसी के टूरिज्म और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर काम किया गया: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा,"भारत दुनिया के हर प्रमुख धर्म के तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि वाराणसी शहर में टूरिज्म और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर शानदार काम किय गया, जिसकी वजह से 7 करोड़ तीर्थयात्री यहां (वाराणसी) आते हैं।"

उन्होंने आग कहा कि पिछले नौ वर्षों में हमने देश में पर्यटन के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने पर विशेष जोर दिया है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए एक साल के अंदर 27 लाख पर्यटक पहुंचे हैं।

पर्यटन क्षेत्र की प्रासंगिकता को भी पहचान रहे हैं हम: पीएम मोदी

उन्होंने आगे कहा, "हमारे प्राचीन शास्त्रों में एक कहावत है,'अतिथि देवो भव', जिसका मतलब है कि मेहमान भगवान के समान होते हैं और यही पर्यटन के प्रति हमारा दृष्टिकोण है।" उन्होंने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि हम सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति के लिए पर्यटन क्षेत्र की प्रासंगिकता को भी पहचान रहे हैं।