Sanjay Raut on Nehru Museum नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलने के बाद से देश की राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस नेताओं के साथ विपक्ष के दूसरे नेता भी केंद्र सरकार के इस कदम को गलत बता रहे हैं। इस बीच शिवसेना (यूबीटी नेता) संजय राउत ने भी केंद्र के इस कदम का विरोध किया है।

संग्रहालय का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी

नेहरु मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय करने पर संजय राउत ने कहा

पंडित नेहरू ने देश को बनाने के साथ आजादी की लड़ाई में भी योगदान दिया था। देश में कई प्रधानमंत्री हुए और सभी ने देश के लिए काम किया है, लेकिन संग्रहालय का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी। नेहरू के नाम से ही संग्रहासय चल सकता था। उसी में आप बड़ा स्थान सभी को दे सकते थे।

नेहरू से नफरत के कारण उठाया गया कदम

राउत ने कहा कि पंडित नेहरू से नफरत के कारण ये किया गया है। उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि दूसरे पीएम के योगदान को दिखाया जाना चाहिए। इसके लिए एक खंड बनाया जा सकता है, जहां अन्य प्रधानमंत्रियों के योगदान को प्रदर्शित किया जा सकता है, लेकिन संग्रहालय का नाम बदलने की कोई आवश्यकता नहीं थी।