नई दिल्ली, ओडिशा के बालेश्वर जिले में भीषण ट्रेन हादसे को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करने वालों को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। देश को एक साथ आने की जरूरत है।
'हमारा फोकस घायलों को हरसंभव इलाज मुहैया कराने पर है'
अनुराग ठाकुर ने महाराष्ट्र के पुणे में कहा कि हम घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं। फिलहाल हमारा फोकस घायलों को हरसंभव इलाज मुहैया कराने पर है। कई लोगों की जान गई है और मुझे लगता है कि ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। देश को एक साथ आने की जरूरत है।
रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग
- विपक्षी नेताओं ने ट्रेन हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगा है।
- कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री और रेल मंत्री से पूछने के लिए कई सवाल हैं, लेकिन इस सवालों को बाद में पूछा जाएगा, क्योंकि तात्कालिक काम राहत और बचाव का है।
- पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दुर्घटना पर दुख जताते हुए कहा कि सरकार ने रेल सुरक्षा को लेकर कई दावे किए थे, लेकिन सभी खोखले साबित हुए।
- पवन खेड़ा ने कहा कि कवच पीएम मोदी की सुरक्षा कर रहा है, आम जनता की नहीं।
- भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने सवाल किया कि क्या रेलवे में अब हमारे पास कोई सिग्नल या सुरक्षा प्रणाली नहीं रह गई है? क्या इस तरह के हादसे अब देश में आम बात हो जाएगी?
- राजद ने कहा कि रेल मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
- भाकपा सांसद बिनाय बिश्वम ने कहा कि सरकार केवल लग्जरी ट्रेन पर ध्यान केंद्रित करती है। आम लोगों की ट्रेन और पटरियों की उपेक्षा की जाती है।
ममता बनर्जी ने षड्यंत्र की जताई आशंका
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्रेन हादसे को 21वीं सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा बताया। उन्होंने हादसे के पीछे किसी षड्यंत्र की आशंका जताते हुए इसकी जांच की मांग की। ममता ने कहा कि अगर ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस यानी टक्कर-रोधी उपकरण लगा होता तो यह हादसा नहीं होता।