राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) गोरखपुर की टीम ने रेलवे स्टेशन से तस्करी के सवा किलो सोने के साथ दो लोगों को हिरासत में लिया। इसमें एक कैरियर है, जो दुबई से कोलकाता होते हुए गोरखपुर पहुंचा था और यहां उसे स्टेशन के बाहर खड़े मास्टरमाइंड कारोबारी को सोना देना था। बरामद सोने की कीमत 75 लाख रुपये है। दोनों गोरखपुर के ही रहने वाले है

Sponsored

महावीर कुल्फी सेन्टर - बूंदी

महावीर कुल्फी सेन्टर की और से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

देवरिया स्टेशन पर भी पकड़ा गया था सोना

दो दिन पहले 30 मई को डीआरआइ टीम ने देवरिया रेलवे स्टेशन से महिला समेत दो के पास से तस्करी कर लाए गए सोने के 17 बिस्किट बरामद किए थे, जिनकी कीमत 1.31 करोड़ रुपये थी। इसमें पकड़ा गया तस्कर भी स्वर्ण व्यवसायी था। डीआरआइ के अनुसार सूचना के आधार पर टीम रेलवे स्टेशन पर नजर बनाए हुए थी। बुधवार की शाम चार बजे बिहार की तरफ से आने वाली हमसफर एक्सप्रेस से एक तस्कर उतरा। वह बाहर खड़े मास्टरमाइंड कारोबारी के पास पहुंचा, जहां दोनों को पकड़ लिया गया। तस्कर ने बताया कि वह दुबई से सोना लेकर हवाई जहाज से कोलकाता पहुंचा। वहां से ट्रेन बदलकर बिहार और फिर वहां से हमसफर पकड़कर गोरखपुर स्टेशन पहुंचा था। डीआरआइ ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है।

सोने का स्वरूप बदल दुकानदार कर रहे कारोबार

बीते दो-तीन सालों में सोने की तस्करी बढ़ गई है। डीआरआइ के अनुसार इसमें शहर के कई व्यवसायियों का भी हाथ है, जो कैरियर के माध्यम से दुबई, बैंकाक, कोलकाता, जलपाईगुड़ी से तस्करी का सोना मंगवा रहे हैं और उसका स्वरूप बदलकर खुद की दुकानों पर बिक्री करते हुए लखनऊ, दिल्ली व मुंबई तक भेज रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस कारोबार से प्रति माह दो से ढाई करोड़ की आमदनी हो रही है। साथ ही करोड़ों रुपये टैक्स भी बचा रहे हैं।

छोटे व्यवसायियों के जरिये पहुंच रहा बड़ों तक

बताया जा रहा कि तस्करी का सोना खपाने के लिए कैरियर बने तस्करों ने छोटे व्यवसायियों को जरिया बनाया है। इनके माध्यम से वह बड़े व्यवसायी तक पहुंच रहे हैं। इसके बदले छोटे व्यवसायी को अच्छा-खासा कमीशन तो बड़े व्यवसायियों को कम दाम पर सोना मिल जा रहा है