नई दिल्ली,देश की उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ चल रहे गतिरोध के बीच भारतीय वायु सेना की पहली और एकमात्र महिला राफेल फाइटर पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह ने ऊंचाई वाले क्षेत्र में अपने विमान के प्रदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मैंने उस क्षेत्र में उड़ान भरी है और हमें सौंपे गए सभी मिशनों को बेहद आसानी से अंजाम दिया है।

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भारतीय वायु सेना की एकमात्र महिला राफेल फाइटर हैं शिवांगी

भारतीय वायु सेना की पहली और एकमात्र महिला राफेल फाइटर पायलट शिवांगी सिंह से पूर्वी लद्दाख और एलएसी के साथ अन्य क्षेत्रों में चीन के साथ चल रहे गतिरोध में राफेल के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैंने उस क्षेत्र में उड़ान भरी है और हमें सौंपे गए सभी मिशनों को बेहद आसानी से अंजाम दिया है।"

फ्रांस में किया भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व

मालूम हो कि शिवांगी ने फ्रांस में ओरियन अभ्यास में भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व किया। इस अभ्यास में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित कई अन्य प्रमुख देशों की सेनाओं के साथ-साथ उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने भी भाग लिया था। इस बहुराष्ट्रीय अभ्यास में भाग लेने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "यह एक शानदार अनुभव था जहां मुझे विभिन्न देशों के लड़ाकू पायलटों से मिलने का अवसर मिला।" उन्होंने आगे कहा कि उन्हें अन्य भाग लेने वाले देशों की महिला पायलटों के साथ बातचीत करने का भी अवसर मिला, जो उनके लिए सीखने का एक बड़ा अवसर था।

36 विमान आ चुके हैं भारत

मालूम हो कि चीन के साथ गतिरोध शुरू होने के कुछ महीने बाद ही भारतीय वायुसेना ने 2020 में राफेल लड़ाकू विमान को शामिल किया था। भारत ने 60,000 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे के लिए अनुबंधित सभी 36 विमान आ चुके हैं और पूरी तरह से चालू हैं।