नई दिल्ली,विपक्षी एकता पर बातचीत के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके डिप्टी तेजस्वी यादव सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रीय राजधानी में 'सेवाओं के नियंत्रण' के संबंध में केंद्र के अध्यादेश पर विवाद के बीच बिहार के मुख्यमंत्री ने रविवार को दिल्ली के अपने समकक्ष से मुलाकात की। बैठक के तुरंत बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मीडिया को संबोधित किया।
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बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि एक निर्वाचित सरकार को दी गई शक्तियों को कैसे छीना जा सकता है? यह संविधान के खिलाफ है। हम अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि भविष्य में भी बैठकें करेंगे, हम देश के सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज नीतीश जी के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि दिल्ली के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नकारते हुए केंद्र द्वारा अध्यादेश लाने के मुद्दे पर वह दिल्ली की जनता के साथ खड़े हैं। अगर केंद्र इस अध्यादेश को विधेयक के रूप में लाता है, अगर सभी गैर-भाजपा दल एक साथ आते हैं तो इसे राज्यसभा में हराया जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी गैर-बीजेपी सरकारों को परेशान कर रही है। केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल के साथ अन्याय कर रही है। हम उनके साथ खड़े हैं। भेदभाव उचित नहीं है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) के मुताबिक, केंद्र के कदम के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए आप के राष्ट्रीय संयोजक 24 मई को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और 25 मई को राकांपा सुप्रीमो शरद पवार से भी मुलाकात करेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को केंद्र सरकार ने 'स्थानांतरण पोस्टिंग, सतर्कता और अन्य प्रासंगिक मामलों' के संबंध में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (GNCTD) के लिए नियमों को अधिसूचित करने के लिए एक अध्यादेश लाया गया। अध्यादेश को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार अधिनियम 1991 में संशोधन करने के लिए लाया गया है और यह केंद्र बनाम दिल्ली मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दरकिनार करता है।
इस बीच, राज्य में कांग्रेस पार्टी की शानदार जीत के बाद बिहार के मुख्यमंत्री बेंगलुरु में कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुए थे। नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं।