बैंककर्मियों को धमकाने वाले माफिया अजीत शाही पर व रंगदारी के लिए हास्पिटल में तोड़फोड़ लूट करने वाले गैंगस्टरों पर एसएसपी ने इनाम घोषित किया है। शाहपुर व रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में वारदात के बाद सभी आरोपित फरार हैं। क्राइम ब्रांच व स्थानीय थाने की पुलिस बदमाशों की तलाश में छापेमारी कर रही है

अजीत शाही पर दर्ज हैं 33 मुकदमे

बेतियाहाता में रहने वाला अजीत शाही मूलरूप से देवरिया जिले का निवासी है। उसके विरुद्ध कैंट, शाहपुर, गुलरिहा समेत जिले के कई थानों में 33 मुकदमे दर्ज हैं। 12 मई को माफिया अपने साथियों संग रेलवे कारखाना के पास स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के दी मैकेनिकल डिपार्टमेंट प्राइमरी कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड में पहुंचा।

उसके साथ बैंक के अध्यक्ष अनिल सिंह, कर्मचारी कौशल किशोर शाही व प्रदीप श्रीवास्तव भी थे। आरोप है सचिव व अन्य बैंककर्मियों पर माफिया दबाव बनाने लगा कि बैंक अध्यक्ष के रिश्तेदार की कन्फर्म नियुक्ति करा दें। बात न मानने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र श्रीवास्तव ने आरोपितों के विरुद्ध शाहपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस के तलाशने पर माफिया फरार हो गए।

रंगदारी न मिलने पर की थी तोड़फोड़

इसके अलावा बेलघाट के सोपाईघाट निवासी बदमाश सूरज सिंह, बांसगांव के हरिहरपुर निवासी विशाल सिंह, खजनी के कटघर कल्याणपुर निवासी विनय यादव व सिकरीगंज गाइबेला निवासी राहुल शर्मा ने 11 मई की रात रंगदारी न मिलने पर तारामंडल के हास्पिटल में तोड़फोड़ करने के बाद दो हजार रुपये लूट लिया था।

एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि अजीत व सूरज पर 25-25 व अन्य बदमाशों पर 15-15 हजार रुपये इनाम घोषित किया है। पुलिस तलाश कर रही है जल्द ही पकड़ लिया जाएगा