अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ऐसी महिला हो गई है कि जिसके पीछे प्रयागराज पुलिस के साथ ही यूपी एसटीएफ पूरी ताकत के साथ लगी है। उसे पकड़ने में नाकामी का सिलसिला 72 दिन से बना हुआ है। इस बीच यह भी पता चला है कि पुलिस घेराबंदी के बीच शाइस्ता चकिया में भगोडे़ शूटर के साथ रही और फिर हटवा में भी उसके छिपने की जानकारी आई, लेकिन वहां से भी निकल भागी।ऐसे में सवाल उठ रहा है कि तमाम संसाधनों वाली एसटीएफ और पुलिस की घेराबंदी के बीच आखिर एक महिला और कत्ल के बाद फरार शूटर कैसे भागने में सफल हो रहा है। उन दोनों को पकड़ने के लिए रविवार को भी कई जगह पुलिस टीम भेजी गई, मगर रात तक कोई कामयाब नहीं मिली।

वांछितों की सूची में अतीक की बहन भी शामिल

वहीं 24 फरवरी की शाम उमेश पाल और दो सरकारी गनर की जीटी रोड पर सुलेमसराय में हत्या के बाद अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हो चुकी है, जबकि माफिया के बेटे असद समेत चार शूटर मुठभेड में मार गिराए गए। अब पुलिस की वांछितों की सूची में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा, उसकी बहन आयशा नूरी, दो भांजियां और भगोड़े शूटर अरमान, साबिर तथा गुड्डू बमबाज हैं।

चेन्नई में मिली गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन

ये सभी आठ अभियुक्त एसटीएफ और पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। गुड्डू की लोकेशन गोवा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ के बाद चेन्नई पता चली है जबकि शाइस्ता समेत सभी महिलाएं आसपास ही हैं और साथ में शूटर साबिर भी। पिछले हफ्ते असद के दोस्त अतिन जफर से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि शाइस्ता 16 अप्रैल को चकिया में उसके घर आई थी। साथ में शूटर साबिर भी था।

शाइस्ता अपने पति और देवर के जनाजे में शामिल होना चाह रही थी लेकिन पुलिस की जबरदस्त चौकसी के कारण ऐसा नहीं कर सकी। मगर तब भी सवाल उठ रहा है कि जब पुलिस और एसटीएफ ने उसके पीछे पूरी ताकत लगा रखी है तो फिर कैसे वह चकिया आई और निकल भी गई।