दिन- गुरुवार, समय- 3:00 बजे, स्थान- भोला झाल, दृश्य- फिल्मी था। एक तरफ गैंगस्टर अनिल दुजाना स्कार्पियो से उतरकर अपने अंदाज में दोनों हाथों में पिस्टल लेकर एसटीएफ के ऊपर फायरिंग करता है। एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में एक गोली सीने के नीचे लगते ही कुख्यात गिर जाता है।
तीन पिस्टल व एक तमंचा बरामद
18 लोगों की जान लेने वाला अनिल का शरीर एक गोली भी नहीं झेल पाया। उसके जमीन पर गिरने पर एसटीएफ की टीम समझ रही थी कि वह नाटक कर रहा है। कुछ देर बाद एसटीएफ अनिल के करीब पहुंची तो वह गोली लगने से लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ा था। अनिल के पास से एसटीएफ को तीन पिस्टल व एक तमंचा तथा 76 कारतूस मिले हैं।
माना जा रहा है कि वह हथियार और कारतूस लेकर मुजफ्फरनगर में कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने जा रहा था। एसटीएफ पड़ताल में यह जानकारी पुष्ट हो रही है। दरअसल, अनिल के खिलाफ चल रहे हत्या के कई मुकदमों में निर्णय आने वाले थे। इसलिए वह मुकदमों के गवाहों को धमकी दे रहा था।