पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो गुरुवार को दोपहल गोवा एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया है। यह तकरीबन 12 वर्षों बाद पाकिस्तान के किसी विदेश मंत्री की भारत यात्रा है। अब इस यात्रा के दौरान भुट्टो की भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात होगी या नहीं इसको लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं है।

गुरुवार को ही जयशंकर की चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय मुलाकात तय है लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्री के साथ आधिकारिक मुलाकात की संभावना को लेकर दोनों तरफ से चुप्पी है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने एक संक्षिप्त बयान जरूर जारी किया है कि एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान बिलावल भुट्टो की मुलाकात दूसरे मित्र राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों के साथ होगी। दोनों तरफ के विदेश मंत्रालयों के अधिकारी इस बात को खारिज कर चुके हैं कि विदेश मंत्रियों की आधिकारिक बैठक को लेकर कोई प्रस्ताव किया गया है।

भारत की तरफ से भुट्टो के साथ मुलाकात को वरीयता नहीं दिए जाने के पीछे एक वजह कर्नाटक चुनाव भी बताया जा रहा है। कर्नाटक चुनाव प्रचार में पिछले कुछ दिनों में काफी ज्यादा धार्मिक रंग घुल चुका है। ऐसे में सरकार जयशंकर और बिलावल भुट्टो की मुलाकात और इससे जुड़ी तस्वीरों को जारी करके कांग्रेस को राजनीतिक हमला करने का मौका देने से परहेज करेगी।

इसके बावजूद गोवा के बेनोलिम के खुबसूरत समुद्र तट पर स्थित आलीशान ताज एक्सोटिका रिसोर्ट में आयोजित 04 मई को रात्रि भोज और 05 मई को बैठक के दौरान दोनों विदेश मंत्रियों के बीच औपचारिक और अनौपचारिक तौर पर बातचीत करने के कई मौके होंगे।