नई दिल्ली,  कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों को भाषा की मर्यादा में रहकर बोलने और नफरती भाषणों से बचने की सलाह के साथ ही चुनाव आयोग अब ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की है। आयोग ने फिलहाल इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे और भाजपा नेता व पार्टी के स्टार प्रचारक को बासनगौड़ा आर पाटिल को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

नेताओं के बयान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन: आयोग

आयोग ने दोनों ही नेताओं के बयानों को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए चार मई यानी गुरुवार शाम पांच बजे तक इसे लेकर अपनी सफाई पेश करने को कहा है। जिसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई का जाएगी। चुनाव आयोग ने यह कदम भाजपा और कांग्रेस की ओर से मंगलवार को अमर्यादित बयानों को लेकर दर्ज कराई गई शिकायतों के बाद उठाया है।

अमर्यादित टिप्पणी पर कार्रवाई

इस दौरान भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कांग्रेस नेता प्रियांग खरगे द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी पर कार्रवाई करने की मांग की थी। जिसमें उन्होंने पीएम को नालायक कहा था। इसी तरह कांग्रेस ने भाजपा नेता व पार्टी के स्टार प्रचारक बासनगौड़ा आर पाटिल के खिलाफ भी ऐसी ही शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को विष कन्या कहकर संबोधित किया था।

आयोग ने दोनों ही नेताओं को नोटिस किया जारी

आयोग ने इन दोनों ही नेताओं की ओर से की गई इस टिप्पणी को चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए है। हालांकि इससे पहले आयोग ने दोनों ही नेताओं को नोटिस जारी कर गुरुवार शाम पांच बजे तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि दोनों के पक्ष सुनने के बाद आयोग इस पर फैसला लेगा। आयोग इससे पहले कर्नाटक चुनाव में वोटिंग से ठीक पहले मचे इस घमासान के बीच भाजपा और कांग्रेस पार्टी की ओर से अमर्यादित भाषणों और नफरती बयानों को लेकर की गई शिकायतों पर संज्ञान लिया था। साथ ही इसे लेकर राज्य के मैदानी अमले से पूरी रिपोर्ट मांगी थी।

स्वस्थ चुनावी प्रक्रिया

आयोग का मानना है कि यदि इस पर अभी से सख्त रुख नहीं दिखाया गया है तो आने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 में होने वाले आम चुनाव में ऐसे बयानों की बाढ़ आ सकती है। जो स्वस्थ चुनावी प्रक्रिया के लिए ठीक नहीं होगा।