नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: हमारे देश में माता-पिता अपने बच्चों के लिए अपने जीवन की सारी संपत्ति लुटाने को तैयार रहते हैं। उनकी उम्र बढ़ने पर बारी बच्चों की होती है। अगर आप अपने मां-बाप को एक सुखी और आरामदायक बुढ़ापा दे सकते हैं तो आपके माता-पिता से ज्यादा और कोई खुश नहीं होगा।

माता-पिता अपने बच्चों के बारे में सोचने के कारण खुद के बारे में सोचना भूल जाते हैं और यही कारण है कि कभी-कभी मां-बाप वृद्धावस्था में पूरी तरह से अपने बच्चों पर निर्भर हो जाते है। ऐसे में इस वक्त वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ ऐसे निवेश के विकल्प मौजूद हैं, जो सीनियर सिटीजन को वित्तीय रुप से सुरक्षित रखते हैं, चालिए जानते हैं इन विकल्पों के बारे में…

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)

यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है। यह योजना डाकघर बचत योजनाओं में से एक है। इस योजना का मकसद रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागरिकों को एक रेगुलर इनकम देना है। इस योजना में निवेश करने के लिए आपको अपने नजदिकी पोस्ट ऑफिस या बैंक जाना होगा।

यह योजना 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत निवेश किए हुए पैसे खाता खोलने की तारीख से 5 साल के बाद मैच्योर हो जाती है। हालांकि, अगर आप चाहें तो इस अवधि को केवल एक बार के लिए 3 साल तक और बढ़ा सकते हैं।

इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 1 हजार रुपये है और अधिकतम निवेश राशि 30 लाख रुपये है। इस योजना में 8.2 प्रतिशत का ब्याज दर मिलेगा। आप चाहें तो मैच्य्योरिटी से पहले भी अपना पैसा निकाल सकते हैं।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाई गई एक अच्छी योजना है। इस योजना के तहत आप रिटायरमेंट और पेंशन दोनों का लाभ उठा सकते हैं। PMVYY एक निश्चित रिटर्न प्रदान करता है। योजना की अवधि दस वर्ष की अवधि के लिए है। इस योजना के लिए इसके ग्राहकों की आयु 60 वर्ष और उससे अधिक होनी चाहिए।

इस योजना में आप न्यूनतम 1.5 लाख रुपये और अधिकतम 15 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं। इस योजना के तहत आपको सालाना 7.40 प्रतिशत का रिटर्न दिया जाएगा। इस योजना का कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है।

निवेशक अपने PMVYY जमा पर निवेश के तीन साल के बाद लोन ले सकते हैं। हालांकि ,अपने कुल जमा में से सिर्फ 75 फीसदी तक का ही आपको लोन मिल सकता है।