नई दिल्ली,  माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि भारत पिछले साल ट्विटर से कंटेट हटाने का अनुरोध करने वाले टॉप देशों में शामिल था। मंगलवार को ट्विटर ने अपने सुरक्षा प्रयासों पर डेटा शेयर किया और जानकारी दी कि उसे 1 जनवरी से 30 जून, 2022 तक दुनिया भर की सरकारों से कंटेंट हटाने के लिए लगभग 53,000 लीगल रिक्वेस्ट रिसीव हुए हैं।

अकाउंट की जानकारी मांगने वाले टॉप पांच देश भारत, अमेरिका, फ्रांस, जापान और जर्मनी हैं। ट्विटर ने अपने ब्लॉग में कहा है कि ट्विटर, नियमों का उल्लंघन करने वाली कंटेंट पर कार्रवाई करना जारी रखेगा और सरकारी कानूनी अनुरोधों के जवाब में यूजर्स के अधिकारों की रक्षा करता रहेगा।

10 लाख से भी ज्यादा अकाउंट पर लिया गया एक्शन

जनवरी-जून 2022 के दौरान, ट्विटर को यूजर्स के 65 लाख कंटेंट को हटाने की आवश्यकता थी, जो इसके मानदंडों का उल्लंघन करती थी। साल 2021 की दूसरी छमाही से 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली। ट्विटर ने कहा कि उसने इस अवधि के दौरान 5,096,272 अकाउंट पर कार्रवाई की है।

16 लाख से से भी ज्यादा अकाउंट हुए सस्पेंड

ट्विटर ने अपने रिपोर्ट में जानकारी दी कि 16 लाख से अधिक अकाउंट को नियमों का उल्लंघन करने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड किये गए अकाउंट में दुरुपयोग/उत्पीड़न, बाल यौन शोषण, हैक की गई कंटेंट, नग्नता वाले कंटेंट, हिंसक हमलों के अपराधी, निजी जानकारी, आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने, संवेदनशील मीडिया, आतंकवाद/ हिंसक कंटेंट, और हिंसा जैसे कंटेंट पब्लिश करने वाले अकाउंट शामिल हैं।