घर बंद कर पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, उधर मां-पिता की मौत से अनजान डेढ़ वर्ष का मासूम तीन दिन तक भूखा-प्यासा उनके शव के साथ ही सिसकता रहा। मासूम कभी पिता के शव के पास जाता तो कभी उस कमरे का दरवाजा खटकाता, जिसमें मां का शव फांसी पर लटका हुआ था। आखिर में वह उसी कमरे के बाहर बेहोश हो गया, जिसमें उसकी मां का शव फांसी पर लटका था। मंगलवार को पड़ोस के युवक को दुर्गंध आई तो उसने घर में झांककर देखा तो मासूम बेहोश पड़ा दिखा
उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों शव उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए। मासूम को पड़ोसी अपने घर ले गया। बाद में उसे अस्पताल भिजवाया गया। वह पूरी तरह से स्वस्थ बताया गया है। मप्र में ग्वालियर के मैदाई मोहल्ले के नियामद खां मंगलवार को अपने घर में ही थे। उन्हें पड़ोसी 18 वर्षीय सोनू उर्फ भीम खां के घर से दुर्गंध आई तो उन्होंने उसके घर में झांककर देखा और राज खुला। सोनू फांसी पर लटका था, जबकि दूसरे कमरे के दरवाजे पर डेढ़ साल का मासूम जाहिद बेहोश था।
नियामद छत के रास्ते सोनू के घर में उतरे। मासूम को गोद में लेकर अपने घर आए। उसे होश में लाने के लिए जतन किए। पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो अंदर कमरे में सोनू की पत्नी शबाना का शव भी फंदे पर लटका मिला। फिलहाल दोनों की मौत का कारण ज्ञात नहीं हो सका है।
पड़ोसियों के मुताबिक ईद (शनिवार) के दिन सोनू और उसकी मां के बीच कुछ बातों को लेकर विवाद हुआ, इसके बाद सोनू की मां नातिन और नाती को लेकर अपनी बेटी के घर चली गई। घर में सोनू, उसकी पत्नी शबाना और डेढ़ वर्ष का जाहिद रह गया था। इसके बाद देर रात तक ये लोग दिखे, जिसके बाद मोहल्ले के किसी व्यक्ति ने उन्हें नहीं देखा।
संदीप मालवीय , सीएसपी, ग्वालियर ने बताया कि पति-पत्नी का शव फंदे पर झूलता मिला है। मौत के कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। बच्चे को अस्पताल भेजा गया था, उसकी हालत ठीक है।