नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आईटी फर्म Cognizant के सीईओ Brian Humphries को मंगलवार को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कंपनी ने इस फैसले के पीछे उनके प्रदर्शन को वजह बताया और कहा कि Cognizant को मौजूदा समय में तेज विकास की जरूरत है। इस कारण बोर्ड की ओर से सीईओ बदलने को लेकर फैसला किया गया है। बता दें, इससे पहले भी अलग-अलग कंपनियां के सीईओ को निकाला जा चुका है, जिसके बारे में हम बताने जा रहे हैं।
पराग अग्रवाल, ट्विटर
एलन मस्क की ओर से ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद सीईओ पराग अग्रवाल को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। मस्क द्वारा अक्टूबर में 44 अरब डॉलर में कंपनी का अधिग्रहण कर लिया था।
अंकिति बोस, जिलिंगो
सिंगापुर की फैशन स्टार्टअप कंपनी जिलिंगो ने भारतीय मूल की सह-संस्थापक और सीईओ अंकिति बोस का नाम वित्तिय गड़बड़ियों में सामने आने के बाद मई 2022 में नौकरी से निकाल दिया गया था। अंकिता को 2019 में अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका फॉर्च्यून ने बिजनेस वर्ल्ड में 40 से कम आयु के 40 प्रभावशाली लोगों (40 अंडर 40) लिस्ट में शामिल किया था।
गिरीश परांजपे और सुरेश वासवानी, विप्रो
आईपी कंपनी विप्रो से संयुक्त सीईओ गिरीश परांजपे और सुरेश वासवानी कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। वित्त वर्ष 2010-11 की तीसरी तिमाही में विश्लेषकों के अनुमान से कंपनी के कमजोर प्रदर्शन के कारण दोनों ने इस्तीफा दिया था। विप्रो की ओर से बताया गया कि इस इस्तीफे के पीछे की वजह निजी कारण था, लेकिन इससे पहले प्रेमजी पब्लिक में ही कंपनी के प्रदर्शन को लेकर निराशा जता चुके थे।
कैरल बार्ट्ज, सीईओ, याहू
लगातार खराब प्रदर्शन करने के चलते 2011 में अमेरिकी कंपनी याहू ने कैरल बार्टज को नौकरी से निकाल दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बार्टज को याहू के बोर्ड चेयरमैन की ओर से फोन पर ही इस्तीफा देने के लिए कह दिया गया था।