World Malaria Day 2023: भारत में हर साल गर्मी बढ़ते ही मच्छरों का आतंक शुरू हो जाता है। यह मच्छर कई तरह की बीमारियों का कारण बनते हैं, जिसमें डेंगू, जिका वायरस, चिकंगुनिया के साथ मलेरिया भी शामिल है। हर साल 25 अप्रैल के दिन विश्व भर में मलेरिया दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस जानलेना बीमारी के प्रति जाकरूक किया जा सके
मलेरिया, दरअसल एक प्रकार के परजीवी प्लाज्मोडियम से होने वाली बीमारी है। यह मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलती है। जब संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर किसी व्यक्ति को काटती है, तो संक्रमण फैलने से उसे मलेरिया हो जाता है। लापरवाही या सही इलाज न होने पर मलेरिया जानलेवा भी साबित हो सकता है।
कैसे होता है मलेरिया?
एनाफिलीज मच्छर के काटने से प्लासमोडियम नामक पैरासाइट आपके ब्लड में पहुंच जाता है और बॉडी की लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट करने लगता है। यह मच्छर ज्यादातर नम और पानी वाली जगहों पर पाया जाता है। इसलिए मच्छर से बचाव के लिए घर के आसपास सफाई और पानी जमा न होने देने की बात कही जाती है।
मलेरिया से कैसे बचा जा सकता है?
1. बीमारी के इलाज से बेहतर है बचाव। मच्छर घर के अंदर न घुंसे इसके लिए दरवाजों और खिड़कियों में लोहे की जाली लगवाएं।
2. घर के आसपास हमेशा सफाई रखें और पानी का जमाव न होने दें। मच्छर पानी में ही अंडे देते हैं, इसलिए कूलर की टंकी, आसपास के गड्ढों या ऐसी किसी भी जगह पानी जमा न होने दें।
3. मच्छर के काटने से बचने के लिए कोशिश करें कि फुल पैंट और फुल स्लीव वाले कपड़े ही पहनें ताकि शरीर पूरी तरह ढका रहे।
4. मानसून या गर्मी में खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट रख कर आप मलेरिया को मात दे सकते हैं। इन दिनों में शरीर गर्म रहता, इसके लिए दिर भर पर्याप्त पानी पीने के अलावा नारियल पानी, जूस आदि भी पी सकते हैं।
5. मच्छर हमेशा घर के दरवाज़ों और खिड़कियों, पर्दे के पास और कोनों में छिपे रहते हैं। इन जगहों पर मच्छर मारने वाले स्प्रे जरूर डालें।
6. ऐसी जगह जहां पर कूड़ा या गंदगी पड़ी हो, वहां पर न जाएं। ऐसी जगहों पर मच्छरों के पनपने का मौका मिल जाता है। साथ ही शाम के समय भी पार्क आदि में न जाएं और घर पर ही रहें।