कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे कर्नाटक की राजनीति गरमा गई है। दरअसल सिद्धारमैया ने लिंगायतों को लेकर ऐसा कुछ कहा है, जिस पर विवाद हो गया है। भाजपा ने इसे लिंगायत समुदाय से जोड़ दिया है और इसे पूरे समुदाय का अपमान बताया है।
सिद्धारमैया ने लिंगायत समुदाय को लेकर क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि जिस बयान में सिद्धारमैया ने कहा कि लिंगायत मुख्यमंत्री भ्रष्ट हैं, वह निंदनीय है। यह कर्नाटक का अपमान है। सिद्धारमैया को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब टिप्पणी करने के बाद वे स्पष्टीकरण देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम सभी जानते हैं कि उनके दिल में क्या है, इसलिए वह बाहर आ रहा है। प्रल्हाद जोशी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी लिंगायत समुदाय के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए भाजपा की झूठी छवि बनाने में लगी हुई है।
दरअसल, एक निजी टीवी चैनल के पत्रकार ने सिद्धारमैया से पूछा था कि क्या लिंगायत समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। इस पर सिद्धारमैया ने कहा कि पहले से ही लिंगायत मुख्यमंत्री है, लेकिन वह सारे भ्रष्टाचार की जड़ है। सिद्धारमैया के इस बयान पर कर्नाटक भाजपा ने उन्हें घेर लिया।
सिद्धारमैया ने अपने बयान पर दी सफाई
बयान पर विवाद होने और भाजपा द्वारा उसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश पर सिद्धारमैया ने अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को भ्रष्ट बता रहे थे, जो भ्रष्टाचार में विश्वास रखते हैं। मेरे मन में वीरशैव लिंगायत के लिए बहुत सम्मान है और हमने लिगायतों को 50 से ज्यादा टिकट दिए हैं।