नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। देश के कई राज्यों में हीटवेव की स्थिति बनी हुई है और विभिन्न हिस्सों में तापमान बढ़ना शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, बिहार और आंध्र प्रदेश में उच्च तापमान के लिए ऑरेंज आलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, सिक्किम, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में हीटवेव की स्थिति की संभावना है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के कुछ हिस्सों में राहत की संभावना
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में एक पश्चिमी विक्षोभ के आने के कारण देश के कुछ हिस्सों में राहत मिलने की संभावना है। मालूम हो कि पंजाब और हरियाणा में सोमवार को लू जैसी स्थिति बनी रही। हालांकि मंगलवार को भी ऐसे ही हालात रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग का यह अलर्ट महाराष्ट्र सरकार के एक कार्यक्रम में कई घंटे खुले में बैठने के दौरान 13 लोगों की मौत के एक दिन बाद आया है
उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते मंगलवार से उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्रों में 18 से 20 अप्रैल के दौरान हल्की बारिश होने की संभावना है।
सुल्तानपुर में पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार
मालूम हो कि सोमवार को भारत में सबसे गर्म स्थानों में तेलंगाना में जयशंकर भूपालपल्ली जिला शामिल था, जिसमें अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री, उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 43.4 डिग्री सेल्सियस और बिहार के सुपौल में 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यूपी के प्रयागराज, झांसी, कानपुर और आगरा, बिहार के पटना और पूर्वी चंपारण और पंजाब के बठिंडा में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।
पूर्वी राज्यों को गर्मी से बचाव करने की जरूरत
मौसम विभाग के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा कि जब हवाएं बंगाल की खाड़ी की दिशा से चलती हैं तो कई बार बादल छा जाते हैं जो पूर्वी राज्यों में तापमान को कम कर देते हैं। उन्होंने आगे बताया कि उत्तर-पश्चिम से गर्म, शुष्क हवाएं पूर्वी भारत में चल रही हैं जहां उनके स्थान के कारण आर्द्रता का स्तर अपेक्षाकृत अधिक है। इसलिए पूर्वी राज्यों के लोगों को पर्याप्त रूप से गर्मी से बचाव के उपाय करने की आवश्यकता है।