नई दिल्ली: राजस्थान कांग्रेस में अभी खींचतान खत्म करने का कोई ठोस फार्मूला नहीं आ पाया है। हालांकि यह जरूर स्पष्ट कर दिया गया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट में किसी एक को चुनना हुआ तो समर्थन गहलोत को है। जबकि सचिन सब कुछ समझते हुए भी कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में शनिवार को भरतपुर से अमित शाह ने सचिन पायलट और उनके समर्थकों को परोक्ष संदेश दे दिया।

पायलट को कांग्रेस में तवज्जो नहीं

शाह के अनुसार जमीन पर जनता के बीच ज्यादा काम होने के बावजूद कांग्रेस में उन्हें अशोक गहलोत से ज्यादा तवज्जो नहीं मिलने वाली है। यानी या तो पायलट समयावधि जाने बिना इंतजार करें या फिर राजनीति में खुद को साबित करें। शाह ने इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा। लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि पायलट अपनी अलग राह चुनें या फिर किसी के साथ जाएं, इसका फायदा भाजपा को भी मिल सकता है।