लखनऊ। लाल बहादुर शास्त्री संस्थान कुर्सी रोड द्वारा आयोजित भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना के पुरस्कार वितरण समारोह में आध्यात्मिक चिंतक एवं प्राचीन लेटे हुए हनुमान जी मंदिर के मुख्य सेवादार डॉ विवेक तांगड़ी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । इस अवसर पर डॉ तांगड़ी द्वारा बालिकाओं को पुरुस्कार वितरण किया गया। डॉ तांगड़ी ने उपस्थित बालिकाओं से अपने संबोधन में कहा कि विद्वान तो बनना सहज है परंतु विद्यावान बनना कठिन। जीवन में हमे उच्च शिक्षा के दौरान विद्वान बन कर अहंकार प्राप्त होता है परंतु उपयुक्त शिक्षा संस्कार सहित शिक्षा हमे विद्यावान बनाती है जिस कारण हममें विनयशीलता और निराभिमानिता का गुण जागृत होता है और इसी कारण श्री हनुमान जी विद्वान नही विद्यावान थे । डॉ तांगड़ी ने यह भी कहा की पढ़ाई के साथ साथ भी और बाद में भी सामाजिक सरोकार जरूरी है ।
इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर कुमार सौम्य द्वारा डॉ विवेक तांगड़ी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया । इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक एवं छात्राएं उपस्थित थी।