नई दिल्ली, Sonia Gandhi Article भाजपा ने आज सोनिया गांधी के उस संपादकीय पर पलटवार किया है जिसमें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने की बात कही। दरअसल, आज एक अखबार में सोनिया ने अपने संपादकीय के जरिए भाजपा की केंद्र सरकार पर भारत के लोकतंत्र के तीनों स्तंभों को व्यवस्थित रूप से नष्ट करने का आरोप लगाया।

किरण रिजिजू का पलटवार 

सोनिया गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और किरण रिजिजू ने उन पर निशाना साधा है। सोनिया ने आर्टिकल में कानून मंत्री रिजिजू के उस बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कुछ न्यायाधीशों को 'देशद्रोही' कहा था। 

कांग्रेस नेता के हमले पर रिजिजू ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद को लोकतंत्र के बारे में व्याख्यान देने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि खासकर न्यायपालिका की स्वतंत्रता के बारे में तो कांग्रेस को बात तक नहीं करनी चाहिए, यह उसपर सही नहीं लगता है।

लोकतंत्र की हत्या केवल एक बार हुई

रिजिजू ने इसके बाद कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अपने कुछ पुराने भाषणों का वीडियो साझा किया। वीडियो में रिजिजू ये कहते हुए दिख रहे हैं कि कांग्रेस लोकतंत्र खत्म होने की बात करती है, लेकिन लोकतंत्र की केवल एक बार हत्या की गई 1975 में...। दरअसल, केंद्रीय मंत्री कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल की बात कर रहे थे। 

धर्मेंद्र प्रधान ने की कांग्रेस की निंदा

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी सोनिया के आर्टिकल की निंदा की। उन्होंने संपादकीय को 'मोदी नफरत, गलत प्राथमिकताओं और राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिकता खोने का उत्कृष्ट उदाहरण' बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जमीनी हकीकत के बारे में जानना चाहिए और भ्रम दूर करना चाहिए।

आर्टिकल में सोनिया ने केंद्र सरकार को घेरा

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अपने संपादकीय में मोदी सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी की अयोग्यता से लेकर अडानी-हिंडनबर्ग संकट तक के मामलों पर बात की। उन्होंने विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार द्वारा थोपी गई चुप्पी से भारत की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता।