नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक ट्वीट कर भाजपा पर तंज कसा है। इस ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ वनमंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना भी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो लखनऊ के एक कार्यक्रम का बताया जा रहा है। जिसमें वनमंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना को योगी के पास से फोटो क्लिक करवाने के लिए हटाया जा रहा है।

अखिलेश यादव ने इसे बीजेपी का कैमरा प्रेम करार देते हुए कहा कि देखो ‘दिल्ली-से-लखनऊ’ तक फैला, ये कैसा ‘भाजपाई कैमरा संस्कार’है! जिस मंत्री के मंत्रालय का कार्यक्रम है, वही निकाला जा रहा फ़्रेम से बाहर है।

बताते चलें कि विपक्ष अक्सर इस तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी घेराव करता रहा है, कई मौकों पर मीडिया के कैमरों के सामने पीएम की गतिविधियां विपक्ष की चुटकियों का कारण बन चुकी हैं। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में दिल्ली से लेकर लखनऊ तक का जिक्र किया है, साफ है यहां उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था।

लखनऊ में नेशनल क्लाइमेट कान्क्लेव-2023 का आयोजन किया गया था। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की जलवायु परिवर्तन की कार्ययोजना का विमोचन किया गया गया। सीएम योगी और भूपेंद्र यादव ने उप्र राज्य जलवायु परिवर्तन ज्ञान केंद्र का भी उद्घाटन किया। उप्र के विरासत वृक्षों की काफी टेबल बुक के दूसरे संस्करण का भी विमोचन किया।

इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। कृषि वानिकी के क्षेत्र में बाराबंकी के जैतपुर गांव के मनोज कुमार शुक्ला तथा इथेनाल उत्पादन में अग्रणी राज्य होने के नाते अपर मुख्य सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी को सम्मानित किया गया। स्वच्छ वायुश्रेणी में आगरा और गोरखपुर को पुरस्कृत किया गया।

उद्घाटन सत्र में वन राज्य मंत्री (अरुण सक्सेना) ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में वन राज्य मंत्री केपी मलिक, केंद्र सरकार के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की सचिव लीना नंदन, अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह आदि मौजूद थे।